छत्रपति संभाजीनगर जिले के किसान कैलाश रामभाऊ कुंटेवाड़ की जिंदगी में एक ऐसा पल आया है जिसे वह कभी नहीं भूला पाएंगे. पैठण तहसील के छोटे से गांव बालानगर के रहने वाले ‘कौन बनेगा करोड़पति’ की हॉट सीट पर 50 लाख रुपये जीतकर साबित कर दिया कि मेहनत और हौसले से किस्मत जरूर बदली जा सकती है. कैलाश के पास सिर्फ 2 एकड़ जमीन है और बारिश और बाढ़ से खेती अक्सर चौपट हो जाती थी. इससे परिवार का गुजारा मुश्किल से होता था.
कभी मजदूरी, कभी खेती, लेकिन पढ़ाई और सामान्य ज्ञान की लगन उन्होंने कभी नहीं छोड़ी. साल 2018 से लगातार कोशिश करने के बाद आखिरकार छठी बार किस्मत ने उनका साथ दिया. साथ ही अमिताभ बच्चन के सामने बैठकर उन्होंने अपने ज्ञान के दम पर 50 लाख रुपये जीत लिए. उन्होंने कहा, 'मैं किसान हूं, लेकिन जमीन कम होने के कारण मजदूरी भी करता हूं. रोज चाहे कितना भी थक जाऊं, एक घंटा पढ़ाई जरूर करता था. एंड्रॉयड फोन आने के बाद यूट्यूब से सामान्य ज्ञान सीखना शुरू किया. यही मेहनत मुझे इस मंच तक लाई. अमिताभ बच्चन से मिलना हर भारतीय का सपना होता है और मुझे यह सौभाग्य मिला. 50 लाख जीतकर मुझे संतोष है. अब सबसे पहले इस पैसे का उपयोग बच्चों की पढ़ाई पर करूंगा.'
उनकी इस जीत पर पत्नी सुनीता बाई ने कहा, 'हमें उम्मीद नहीं थी कि वो पचास लाख तक जीतेंगे. सोचा था दस-बारह लाख तक जाएंगे. लेकिन उनकी मेहनत रंग लाई. अब सबसे पहले यह पैसा बच्चों की पढ़ाई में लगाया जाएगा.' उन्होंने आगे कहा, 'कैलाश खेती और मजदूरी दोनों संभालते थे. घर, बच्चों और माता-पिता की जिम्मेदारी निभाकर पढ़ाई करते रहे। आज उनकी मेहनत सफल हुई, इस पर गर्व है. अब उम्मीद है कि बच्चे उनके सपनों को आगे पूरा करेंगे.'
वहीं पिता रामभाऊ कुंटेवाड़ ने बेटे की जीत पर गर्व जताया और कहा, ' मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि मेरा बेटा इतना बड़ा करेगा. पहले मैं उसे क्रिकेट खेलने पर डांटता था लेकिन उसने कभी पलटकर कुछ नहीं कहा.आज उसकी मेहनत देखकर गर्व हो रहा है.' वहीं बेटे की जीत पर मां मसूमबाई ने भावुक होकर कहा, 'जब सुना कि मेरे बेटे ने 50 लाख रुपये जीते हैं तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा. पहले हमारे पास बस थोड़ी खेती और दो ग्राम सोना था, लेकिन अब बेटे की मेहनत से इतना बड़ा धन मिला है. यह हमारे परिवार के लिए गर्व का पल है.' कैलाश जो खुद 12वीं पास हैं, अब इन पैसों से वह अपने बेटे की पढ़ाई पर ध्यान देंगे, ताकि वह अफसर बनकर परिवार का नाम रोशन कर सके.
उनसे जो 50 लाख का सवाल पूछा गया वह था कि किस भारतीय क्रिकेटर ने अपने वनडे करियर की पहली गेंद पर विकेट लिया था... उनका नाम था... सदगोपन रमेश... कैलाश ने इस सवाल का जवाब दिया... और 50 लाख की भारी-भरकम रकम जीत ली. इस राशि को जीतने के बाद, अमिताभ बच्चन ने कुंतेवार से एक करोड़ का 15वां सवाल पूछा था. हालांकि, इस सवाल के जवाब को लेकर निश्चित न होने के कारण, उन्होंने बिना कोई जोखिम उठाए 50 लाख स्वीकार करने और खेल छोड़ने का फैसला किया. केबीसी में कैलाश कुंतेवार को मिली यह सफलता उनकी बुद्धिमत्ता और कड़ी मेहनत का ही नतीजा है. कृषि क्षेत्र में संघर्ष पर ज्ञान के बल पर मिली यह जीत कई लोगों के लिए प्रेरणा रही है.
यह भी पढ़ें-
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today