UP: योगी सरकार ने किसानों से खरीदा 10.27 लाख मीट्रिक टन गेहूं, ऐसे टूटा पिछले साल का रिकॉर्ड

UP: योगी सरकार ने किसानों से खरीदा 10.27 लाख मीट्रिक टन गेहूं, ऐसे टूटा पिछले साल का रिकॉर्ड

UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गेहूं खरीद के दौरान एक तरफ जहां सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक प्रतिदिन क्रय केंद्र खुले रहे. वहीं अवकाश में भी गांव-गांव पहुंचकर अफसरों ने किसानों से संपर्क-संवाद स्थापित किया. रविवार के अवकाश में भी खाद्य व रसद विभाग के अधिकारियों ने किसानों से वार्ता करते हुए मोबाइल क्रय केंद्र के जरिए गेहूं खरीद की.

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UP: योगी सरकार ने किसानों से खरीदा 10.27 लाख मीट्रिक टन गेहूं, ऐसे टूटा पिछले साल का रिकॉर्डउत्तर प्रदेश में गेहूं खरीद ने पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

अन्नदाता किसानों से योगी सरकार ने गेहूं खरीद में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. दरअसल, गेहूं खरीद में पिछले साल का रिकॉर्ड टूट गया है. पिछले वर्ष जहां 9.31 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीद हुई थी, वहीं रबी विपणन वर्ष 2025-26 यानी वर्तमान सत्र में यह खरीद बढ़कर 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक रही. क्योंकि इस साल गेहूं खरीद बढ़ाने के लिए मोबाइल क्रय केंद्र गांवों तक पहुंचे. प्रदेश की ज्‍यादातर मंडियों में गेहूं की कीमतें (MSP- 2425 रुपय प्रति क्विंटल) से अध‍िक दर्ज की गई.  हालांकि, ज्‍यादातर मंडियों में किसानों काे फसल का सही दाम मिला. 

10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक हुई खरीद 

बता दें कि रबी विपणन वर्ष (2025-26) में 17 मार्च से प्रारंभ हुई गेहूं खरीद 15 जून तक चली थी. इस वर्ष खरीद 5853 क्रय केंद्रों के माध्यम से हुई. प्रदेश के दो लाख से अधिक किसानों से 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक की गेहूं खरीद की गई. जबकि गेहूं बिक्री करने वाले किसानों को सरकार की ओर से 2508.26 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया.

छुट्टी में भी किसानों के बीच रहे अधिकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर गेहूं खरीद के दौरान एक तरफ जहां सुबह 8 से रात्रि 8 बजे तक प्रतिदिन क्रय केंद्र खुले रहे. वहीं अवकाश में भी गांव-गांव पहुंचकर अफसरों ने किसानों से संपर्क-संवाद स्थापित किया. रविवार के अवकाश में भी खाद्य व रसद विभाग के अधिकारियों ने किसानों से वार्ता करते हुए मोबाइल क्रय केंद्र के जरिए गेहूं खरीद की.

इस वर्ष 150 रुपये प्रति कुंतल अधिक रहा समर्थन मूल्य 

उप्र के कृषि निदेशक डॉ जितेंद्र कुमार तोमर ने बताया कि रबी विपणन वर्ष 2025–26 सीजन के लिए केंद्र सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) रबी विपणन वर्ष 2025-26 के लिए 2425 रुपये प्रति कुंतल निर्धारित किया है. पिछले वर्ष यह मूल्य 2275 रुपये प्रति कुंतल था. उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने 150 रुपये प्रति कुंतल में वृद्धि की. खाद्य व रसद विभाग ने गेहूं के मूल्य भुगतान सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन प्रणाली (पीएफएमएस) के माध्यम से सीधे किसानों के आधार लिंक खाते में 48 घंटे के अंदर करने की व्यवस्था बनाई थी. इस वर्ष मोबाइल केंद्र के माध्यम से गांवों में जाकर भी किसानों से गेहूं खरीद की गई. यही वजह हैं कि योगी सरकार ने एक बार फिर गेहूं खरीद में नया कीर्तिमान स्थापित किया है. 

यूपी में गेहूं खरीद का आंकड़ा

(रबी विपणन वर्ष- 2025-26)
👉 गेहूं खरीद- 17 मार्च से 15 जून तक 
👉 गेहूं बिक्री करने वाले किसानों की संख्या- 200541
👉 किसानों से हुई सरकारी खरीद- 10.27 लाख मीट्रिक टन से अधिक 
👉 किसानों को भुगतान- 2508.26 करोड़
👉 गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या- 5853
👉 न्यूनतम समर्थन मूल्य- 2425 रुपये प्रति कुंतल 
उतराई, छनाई व सफाई के लिए दिए गए अतिरिक्त- 20 रुपये

(रबी विपणन वर्ष- 2024-25)  
👉 गेहूं खऱीद की अवधि- 1 मार्च से 15 जून तक 
👉 गेहूं बिक्री करने वाले किसानों की संख्या- 180083
👉 किसानों से हुई सरकारी खरीद- 9.31 लाख मीट्रिक टन से अधिक 
👉 किसानों को भुगतान- 2134 करोड़
👉 गेहूं क्रय केंद्रों की संख्या- 6488
👉 न्यूनतम समर्थन मूल्य- - 2275 रुपये प्रति कुंतल

बता दें कि उत्तर प्रदेश देश के प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों में शामिल है. यहां की गंगा-यमुना की उपजाऊ घाटी में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर होती है. यही वजह है कि सरकार गेहूं खरीद को लेकर इस वर्ष कुछ विशेष सतर्कता बरती गई, ताकि किसानों को मेहनत का पूरा लाभ मिल सके.

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