फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गांरटी को लेकर किसान संगठन एक बार फिर आंदोलित है. इस बीच दिल्ली से ही किसानों को MSP नहीं मिलने का मामला सामने आया है. मामला दिल्ली के नजफगढ़ मंडी से जुड़ा हुआ है. किसानों का आरोप है कि फसल की MSP पर ख़रीद नहीं हो रही है तो वहीं प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा. ऐसे में दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में परेशान किसान सोमवार को अपना अनाज ट्रैक्टरों में भर कर एसडीएम ऑफिस पहुंचे और एसडीएम ऑफिस के अंदर शांतिपूर्वक धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने कहा कि एसडीएम साहब ही बताएं कि वह अपना अनाज मंडी में बेचे या फिर एफसीआई गोदामों पर जाकर बेंचे. क्योंकि उन्हें अनाजों पर घाटे की दोहरी मार पड़ रही है.
नजफगढ़ एसडीएम ऑफिस में धरना देने पहुंचे किसानों ने कम दाम में अनाज खरीदने का आरोप लगाया. किसानों ने कहा कि जहां एक तरफ बेमौसम की बारिश ने उनके अनाजों की बर्बादी कर दी. वहीं दूसरी तरफ अनाज मंडियों में सस्ते मूल्यों पर उनका अनाज खरीदा जा रहा है, जिससे वह परेशान है. किसानों का आरोप है कि उनके अनाजों की एमएसपी मूल्यों पर खरीद नहीं हो रही है और ना ही एफसीआई अनाज मंडियों में पहुंचकर उनके अनाजों को एमएसपी मूल्य पर खरीद रहा है. ऐसे में अनाज मंडियों में बैठे हुए आढ़तियों व प्राइवेट अनाज व्यापारी किसानों के अनाजों को कम कीमतों में खरीद रहे है. किसानों ने आरोप लगाया कि मंडी में किसानों से कम दाम में अनाज खरीदने के बाद अनाज को बाहर एफसीआई को ही अधिक दाम में बेचा जा रहा है.
किसानों ने आरोप लगाया कि आढ़ती एफसीआई को एमएसपी मूल्यों पर बेच कर मुनाफा कमा रहे हैं, जिससे किसानों को अनाज के हर एक क्विंटल पर लगभग 300 से 500 रुपये का घाटा हो रहा है, जिससे सरकार द्वारा लागू किये गए एमएसपी मूल्य पर किसानों को लाभ नहीं मिल रह.
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किसानों का कहना है कि फसल की कटाई के बाद ही एफसीआई को मंडियों में पहुंचकर किसानों के अनाजों को एमएसपी मूल्य पर खरीद लेना चाहिए, जिससे किसानों को डायरेक्ट एमएसपी का लाभ प्राप्त हो सके, लेकिन अनाज मंडियों में ऐसा नहीं हो रहा है. एफसीआई लगातार मंडियों में पहुंचने में देरी करती है, जिसकी वजह से प्राइवेट अनाज व्यापारी व आढ़त व्यापारी इसका फायदा उठा रहे है और किसानों के अनाजों को औने पौने दामों पर खरीद रहे हैं.
वहीं इस मामले को लेकर भारतीय किसान यूनियन दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र डागर ने कहा कि हमने सभी विभागों को लिखित शिकायत दी थी कि एमएसपी पर खरीद की जाए, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई, जिसके चलते हमें एसडीम कोर्ट में प्रदर्शन करने आना पड़ा. वहीं यूनियन के महासचिव दलजीत सिंह ने कहा कि हम अनाज को पहले मंडी में लेकर गए, लेकिन जब वहां एमएसपी पर खरीद नहीं हुई तो हम एसडीएम साहब को दिखाने लायक की सरकार के कहने और यहां मौके पर क्या हो रहा है.
किसानों की शिकायत का एसडीएम ने संज्ञान लिया है. एसडीएम नजफगढ़ प्रतीक राज ने किसानों की समस्याओं को सुना और किसानों की विज्ञप्ति को स्वीकार किया. साथ ही एसडीएम ने जल्द ही समस्या को दूर करने के लिए कार्रवाई करने का आश्वासन भी किसानों को दिया. एसडीएम ने कहा कि हमारे पास भारतीय किसान यूनियन से लोग आए थे. उन्होंने बताया कि रबी की फसल पर अभी एमएसपी पर खरीद नहीं हो रही है. इस मामले में हम विभाग से बात करेंगे.
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