हरियाणा के कृषि और किसान कल्याण विभाग ने खरीफ 2025 सीजन के लिए एक अच्छा कदम उठाया है. सरकार ने 'मेरा पानी मेरी विरासत' (एमपीएमवी) योजना के तहत 1 लाख एकड़ क्षेत्र को कवर करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है. राज्य की इस प्रमुख पहल का उद्देश्य पानी की अधिक खपत वाली धान की खेती पर निर्भरता को कम करना और पानी बचाने के लिए फसल विविधीकरण को प्रोत्साहित करना है. विभाग ने इस योजना के लिए जिलेवार लक्ष्य जारी किए हैं, जिसका उद्देश्य धान की जगह पर कपास, मक्का, दलहन, तिलहन, सब्जियां, बागवानी फसलें, चारा और कृषि वानिकी जैसी वैकल्पिक फसलों को उगाना है.
कुल लक्ष्य में से 39,835 एकड़ कपास के लिए, 29,080 एकड़ चारा के लिए, 15,285 एकड़ सब्जी और बागवानी के लिए, 6,440 एकड़ कृषि वानिकी के लिए, 5,245 एकड़ दालों के लिए, 3,500 एकड़ मक्का के लिए और 615 एकड़ तिलहन के लिए आवंटित किया गया है
सबसे ज़्यादा लक्ष्य सिरसा (17,950 एकड़) को दिया गया है, उसके बाद यमुनानगर (12,305), जींद (11,510), फतेहाबाद (8,980), हिसार (8,810) और कैथल (7,210) को दिया गया है. अन्य जिलों को उनकी कृषि-जलवायु उपयुक्तता के आधार पर 125 एकड़ से लेकर 6,400 एकड़ तक के लक्ष्य दिए गए हैं. बता दें कि भागीदारी को बढ़ावा देने के लिए, धान की खेती से विविधीकरण का विकल्प चुनने वाले किसानों को प्रति एकड़ 8,000 रुपये की प्रोत्साहन भी राशि दी जाएगी.
योजना के दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन श्रेणियों के किसान पात्र हैं, वे जिन्होंने पिछले वर्ष धान की खेती की थी और अब वैकल्पिक फसलों का विकल्प चुना है, वे जिन्होंने पिछले खरीफ मौसम में एमपीएमवी के तहत विविधीकरण किया था और वैकल्पिक फसलों की खेती जारी रख रहे हैं. इसके अलावा वे जिन्होंने पिछले साल के अपने धान के खेतों को इस मौसम में परती छोड़ दिया है.
हालांकि, जिन किसानों ने पिछले चार सालों में किसी भी समय उसी खेत में गैर-धान फसलें उगाई हों, वे इस प्रोत्साहन के लिए पात्र नहीं होंगे. इच्छुक किसानों को एम.एफ.एम.बी. पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा. पोर्टल से प्राप्त सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर खरीद सत्र के बाद प्रोत्साहन राशि वितरित की जाएगी. हालांकि धान की रोपाई शुरू हो जाने के बावजूद लक्ष्य जारी करने में देरी से कुछ चिंता पैदा हुई है, फिर भी अधिकारी आशावादी बने हुए हैं.
अंबाला के कृषि उपनिदेशक डॉ. जसविंदर सैनी ने बताया कि विभाग किसानों को फसल विविधीकरण अपनाने के लिए प्रेरित कर रहा है. मेरा पानी मेरी विरासत योजना के तहत लक्ष्य जारी कर दिए गए हैं और फील्ड स्टाफ को किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने वैकल्पिक फसलों पर स्विच करने का मन बना लिया है, वे इस योजना को अपनाएंगे. कृषि वानिकी और सब्जियों में रुचि लगातार बढ़ रही है और हमें उम्मीद है कि अंबाला इस योजना के तहत 5,060 एकड़ का लक्ष्य पूरा कर लेगा.
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