राजस्थान में कृषि और महिला शक्ति को बढ़ावा, शुरू हुआ मुफ्त बीज बांटने का अभियान

राजस्थान में कृषि और महिला शक्ति को बढ़ावा, शुरू हुआ मुफ्त बीज बांटने का अभियान

राजस्थान सरकार ने महिला किसानों के लिए बड़ी पहल करते हुए मुफ्त बीज मिनी-किट वितरण शुरू किया है. खरीफ 2025 के लिए 27.95 लाख किट मूंग, मक्का, ज्वार, बाजरा जैसे बीजों की दी जा रही हैं. जानिए योजना की पूरी जानकारी.

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राजस्थान में कृषि और महिला शक्ति को बढ़ावा, शुरू हुआ मुफ्त बीज बांटने का अभियानमहिलाओं को मिलेगा मुफ्त बीज किट का तोहफा

राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को घोषणा की कि राज्य सरकार महिलाओं को मुफ्त बीज मिनी-किट विभिन्न योजनाओं के तहत वितरित कर रही है. यह कदम किसानों के विकास और महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए उठाया गया है.

महिलाओं के लिए विशेष योजना

यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन और राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन जैसी कई प्रमुख सरकारी योजनाओं के अंतर्गत चल रही है. इस योजना के तहत मूंग, मोठ, ज्वार, मक्का, बाजरा, मूंगफली और सोयाबीन के लगभग 27.95 लाख मिनी-किट राज्यभर में खरिफ 2025 सीजन के लिए बांटे जा रहे हैं.

प्राथमिकता किसे दी जा रही है?

इस योजना में अनुसूचित जाति-जनजाति के किसान, छोटे और सीमांत भूमि मालिक, और स्वयं सहायता समूहों को प्राथमिकता दी जा रही है. बीज वितरण में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए कृषि विभाग जन आधार कार्ड का उपयोग कर रहा है.

महिलाओं को दी जाएगी सलाह

कृषि विभाग ने कृषि पर्यवेक्षकों को निर्देश दिया है कि वे महिलाओं किसानों को बीज उपयोग और फसल प्रबंधन पर सलाह दें, ताकि उत्पादन बढ़ाया जा सके और कृषि में सुधार हो.

प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन और निवेश प्रोत्साहन

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा 8 अक्टूबर को सूरत में प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन में भाग लेंगे. यह कार्यक्रम उद्योग प्रतिनिधियों और राजस्थानी प्रवासियों के साथ संवाद करने और राज्य में निवेश को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया है.

खाद्य सुरक्षा विभाग की कड़ी कार्रवाई

त्योहारी सीजन के पहले, राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है. अब तक 76,000 किलोग्राम संदिग्ध खाद्य पदार्थ जब्त किए गए हैं, जिनमें से 58,000 किलोग्राम नष्ट किए जा चुके हैं.

मिलावटी खाद्य पदार्थों पर विशेष नजर

विशेष रूप से डेयरी उत्पाद, खाद्य तेल, खोया, मिठाइयां और खाद्य रंगों की जांच की जा रही है, क्योंकि त्योहारों में इन वस्तुओं में मिलावट की संभावना अधिक होती है. सितंबर से अब तक 2,800 से अधिक निरीक्षण और 2,500 प्रवर्तन जांच की गई हैं.

राजस्थान सरकार की यह पहल किसानों और विशेषकर महिलाओं को सशक्त बनाने, कृषि को मजबूत करने और उपभोक्ताओं को सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. मुफ्त बीज मिनी-किट योजना और खाद्य सुरक्षा कड़े नियम राज्य के विकास में सहायक साबित होंगे.

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