पीएम फसल बीमा योजनाउत्तर प्रदेश के महोबा जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में करोड़ों रुपये के फर्जीवाड़ा मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है. पुलिस ने इस मामले से जुड़े चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों में इफको टोकियो के तत्कालीन शाखा प्रबंधक सहित तीन आरोपी शामिल हैं, जो एफआईआर के बाद से फरार थे. आरोपियों ने नकली दस्तावेज तैयार कर पीएम फसल बीमा योजना का गलत फायदा उठाया था, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ. इसके बाद किसान संगठनों ने आक्रोश जताया था और लगातार आरोपियों गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे.
आपको बता दें कि महोबा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(4), 338 और 336(3) बीएनएस के तहत मुकदमा दर्ज किया है. इस कार्रवाई से कई महीनों से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे जय जवान जय किसान यूनियन के सदस्यों ने राहत की सांस ली है. किसान यूनियन ने पहले भी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कई बार प्रदर्शन किया था.
दरअसल, पीएम फसल बीमा योजना में बड़े पैमाने पर नकली दस्तावेजों के माध्यम से अनुचित बीमा का लाभ उठाया गया. किसानों की शिकायत पर पुलिस ने गंभीर जांच शुरू की और कई संदिग्धों की पहचान की, जिसमें अब तक आधा दर्जन से अधिक एफआईआर हो चुके हैं, जिसमें कई लोग गिरफ्तार हो चुके है और इसी क्रम में चरखारी थाना पुलिस ने गोरखा गांव के पास से इन चारों आरोपियों इफ़को टोकियो शाखा के तत्कालीन प्रबंधक निखिल चतुर्वेदी सहित सीएचसी संचालक ब्रज गोपाल अरजरिया, श्यामलाल सेन और अरविंद यादव की गिरफ्तारी की है.
महोबा जिले के एएसपी वंदना सिंह ने बताया कि मामले की जांच लगातार जारी है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्दी ही की जाएगी. वहीं, जय जवान जय किसान यूनियन के स्थानीय नेता इस कार्रवाई से संतुष्ट हैं और उन्होंने कहा कि अब किसानों के साथ हुए अन्याय पर प्रशासन ने कदम उठाया है. यूनियन का कहना है कि इस कार्रवाई से भविष्य में ऐसी धोखाधड़ी पर अंकुश लगेगा और किसानों का हित सुरक्षित रहेगा. पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि योजना का लाभ सही तरीके से मिलने और किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिए लगातार निगरानी की जा रही है.
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