प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY-G) केंद्र सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य गरीब और बेघर लोगों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है. इस योजना के तहत लाभार्थियों को आर्थिक सहायता दी जाती है ताकि वे अपना खुद का घर बना सकें. हाल ही में पीएम मोदी ने इस योजना के अंतर्गत बड़ी राशि लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर की है. आइए विस्तार से जानते हैं इस योजना की जानकारी और किस्त चेक करने का तरीका.
हाल ही में बिहार के मोतीहारी जिले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम आवास योजना ग्रामीण के तहत 40,000 लाभार्थियों के खातों में कुल 160 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं. इसके अलावा 12,000 लाभार्थियों को पक्के घर की चाबियां सौंपी गईं. यह योजना गरीबों को उनके सपनों का घर दिलाने में एक बड़ा कदम है.
पीएम आवास योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को 1.20 लाख रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है:
पहाड़ी और दुर्गम क्षेत्रों में यह राशि 1.30 लाख रुपये तक दी जाती है. कुछ राज्यों जैसे गुजरात में राज्य सरकार की सहायता से यह राशि बढ़ाकर 1.50 लाख रुपये तक कर दी गई है.
लाभार्थी को योजना के तहत 12 महीने के भीतर मकान निर्माण पूरा करना होता है. प्रत्येक चरण पर निर्माण की तस्वीरें और स्थानीय पंचायत या ब्लॉक कार्यालय से प्रमाण पत्र देना होता है. इसके बाद अगली किस्त खाते में ट्रांसफर की जाती है.
अगर आप भी पीएम आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी हैं और जानना चाहते हैं कि आपके खाते में पैसा आया या नहीं, तो इन आसान तरीकों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं:
PMAY-G की वेबसाइट चेक करें: आप ऑनलाइन लाभार्थी सूची (beneficiary list) भी देख सकते हैं.
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (PMAY-G) की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी. इसका उद्देश्य 2024 तक 'सबके लिए घर' सुनिश्चित करना था, लेकिन निर्माण कार्य अधूरे रहने के कारण इस योजना को 2029 तक बढ़ा दिया गया है. इस योजना का संचालन ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा किया जाता है.
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एक बेहतरीन पहल है जो लाखों लोगों को उनके सपनों का घर दिला रही है. अगर आप पात्र हैं, तो योजना का लाभ उठाएं और अपने घर के सपने को साकार करें. साथ ही समय-समय पर अपने खाते की जांच जरूर करें ताकि आपको किस्त की जानकारी मिलती रहे.
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