बहुत सारे किसान पहले लोन के लिए साहूकारों पर निर्भर होते थे, जो ज्यादा ब्याज दर पर लोन देते थे और सही वक्त पर नहीं देने पर और ज्यादा ब्याज लगाते और वसूलते थे, जिससे किसानों को कई तरह की समस्याएं होती थी, खासकर जब उन्हें ओलावृष्टि, सूखा आदि जैसी प्राकृतिक आपदाएं झेलनी पड़ती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है. दरअसल, किसानों की इन्हीं समस्याओं को ध्यान में रखकर केंद्र सरकार की ओर से किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत की गई है. इस योजना के तहत 4 प्रतिशत ब्याज दर पर किसानों को लोन मुहैया कराया जाता है. वही इस योजना का एकमात्र मकसद किसानों को कम ब्याज दर पर लोन उपलब्ध कराना है. ऐसे में आइये आज जानते हैं किसान क्रेडिट कार्ड योजना क्या है, इस योजना के तहत कितना ब्याज देना पड़ता है और लोन लेने के लिए जरूरी डॉक्यूमेंट क्या-क्या हैं-
किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से किसान आसानी से खेती करने के लिए लोन ले सकते हैं. वही किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लोन की सीमा जोती गई जमीन और बुवाई की गई फसल पर निर्धारित होती है. किसान क्रेडिट कार्ड 3 से 5 साल के लिए वैध होता है. हालांकि, किसान इसकी सीमा आसानी से आगे भी बढ़वा सकते हैं. वहीं किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों की दुर्घटना में मौत/ विकलांगता को भी कवर किया जाता है. साथ ही किसान क्रेडिट कार्ड धारक का फसल बीमा भी किया जाता है.
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किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत किसानों को सालाना 7 प्रतिशत ब्याज दर पर 3 लाख रुपये तक का लोन मिलता है. अगर किसान सही समय पर लोन का भुगतान कर देते हैं तो आर्थिक सहायता के रूप में 4 प्रतिशत ब्याज में छूट मिलती है. वही एक लाख रुपये तक लोन के लिए किसी विशेष डॉक्यूमेंट की भी जरूरत नहीं पड़ती है. इसके अलावा, किसान क्रेडिट कार्ड के तहत लिए गए लोन का इस्तेमाल किसान सिंचाई, कृषि मशीनीकरण, भूमि विकास, बुवाई, बागवानी एवं कटाई के बाद फसल प्रबंधन इत्यादि में कर सकते हैं.
• किसान के पास खेती योग्य ज़मीन होनी चाहिए
• किसान क्रेडिट कार्ड के लिए वे किसान आवेदन कर सकते हैं जो किसी भी तरह से खेतीबाड़ी से जुड़े हों।
• किसान भारतीय निवासी होना चाहिए।
• पैन कार्ड
• मोबाइल नंबर
• पासपोर्ट साइज फोटो
• आधार कार्ड
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