हरियाणा में खरीफ फसलों की सरकारी खरीद भारत सरकार द्वारा निर्धारित MSP यानी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सुचारू रूप से की जा रही है. इसमें खरीफ सीजन की धान और बाजरा की खरीद के लिए 9,810 करोड़ रुपये की राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जा चुकी है. इसमें धान खरीद के लिए 8880 करोड़ रुपये और बाजरा खरीद के लिए 930 करोड़ रुपये शामिल हैं.
इसको लेकर सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि अब तक अलग-अलग मंडियों में 47.44 लाख मीट्रिक टन धान की आवक हो चुकी है. वहीं, कुल आवक में से 45.76 लाख मीट्रिक टन धान की खरीद एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर की जा चुकी है. साथ ही मंडियों से धान का निरंतर उठान भी सुनिश्चित किया जा रहा है. वहीं, मंडियों में अब तक 4,42,759 मीट्रिक टन बाजरा आ चुका है. इसके अलावा, 4,33,021 मीट्रिक टन बाजरा एमएसपी पर खरीदा जा चुका है, जो कुल आवक का करीब 98 प्रतिशत है.
किसानों को फसल बेचने में कोई परेशानी न हो और उन्हें मंडियों में प्रवेश करने के लिए इंतजार न करना पड़े, इसके लिए विभाग ने ऑनलाइन गेट पास की सुविधा भी प्रदान की है. सरकार सामान्य धान के लिए 2,300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान के लिए 2,320 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी दे रही है. इसके अलावा इसमें किसानों को कोई समस्या न हो इसके लिए वरिष्ठ अधिकारी खरीद प्रक्रिया पर कड़ी नजर रख रहे हैं.
ये भी पढ़ें:- Paddy Procurement: धान खरीद में हरियाणा ने पंजाब को पछाड़ा, जानिए किसानों को एमएसपी का कितना पैसा मिला?
प्रवक्ता ने बताया कि अब तक कुरुक्षेत्र में सबसे अधिक 966195 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है. इसके अलावा, करनाल में 809770 मीट्रिक टन, कैथल में 790245 मीट्रिक टन, अंबाला में 513324 मीट्रिक टन, यमुनानगर में 512587 मीट्रिक टन, फतेहाबाद में 489196 मीट्रिक टन, जींद में 172051 मीट्रिक टन, सिरसा में 145232 मीट्रिक टन तथा पंचकूला में 76889 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई है.
वहीं, महेंद्रगढ़ जिले की अलग-अलग मंडियों में 1,08,494 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया है. इसी प्रकार, रेवाड़ी जिले में 95,449 मीट्रिक टन, भिवानी में 69,175 मीट्रिक टन, चरखी दादरी में 35,946 मीट्रिक टन तथा गुरुग्राम में 35,923 मीट्रिक टन बाजरा खरीदा गया है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today