Dasheri Mango: केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान (CISH) लखनऊ और प्रदेश सरकार ने इस साल एक बड़ी पहल की है. सीआईएसएच के निदेशक डॉ. टी दामोदरन ने किसान तक से बातचीत में बताया कि लगभग चार टन दशहरी आम की पहली खेप सोमवार को यानी 17 जून को रेफर वन के जरिए अमेरिका के लिए रवाना होगी. इसे बेंगलुरु के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, उद्यान मंत्री दिनेश प्रताप सिंह और कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह रहमानखेड़ा स्थित केंद्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान से 3 बजे रवाना करेंगे.
उन्होंने बताया कि किसानों को आम के सही दाम दिलाने के मकसद से ही यह प्रोजेक्ट शुरू किया गया है. अभी 2000 किसानों ने यह शुरुआत की है. यदि इनको अच्छे दाम मिलते हैं तो इसे देखकर बाकी किसान खुद गुणवत्तापरक खेती के लिए तैयार होंगे. खास बात यह है कि साप्ताहिक अंतराल पर मलिहाबाद के दशहरी के साथ ही बुलंदशहर और सहारनपुर के चौसा आमों के निर्यात को मौसम के अंत तक जारी रखा जाएगा. दशहरी आम का अमेरिका को निर्यात होना न सिर्फ मलिहाबाद बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है.
डॉ. दामोदरन ने बताया कि इस क्वालिटी आम के लिए जरूरी है कि किसानों को ऐसा बाजार मिल सके जहां उनको अच्छे दाम मिल सकें. इसके लिए हमने कई बड़ी कंपनियां को जोड़ा गया है. इन किसानों से उनका टाइअप है. वे किसानों से उनके बाग से ही 80-100 रुपये प्रति किलो आम खरीद रही हैं. इनको दूसरे प्रदेशों में भेजकर या आम के उत्पाद बनाकर वे भी मुनाफा कमा रही हैं. उन्होंने बताया कि किसान के लिए सीधे मॉल से सम्पर्क करना आसान नहीं है. ऐसे में ये कंपनियां क्वालिटी मार्केट उपलब्ध करा रही हैं. अभी चौंसा और लंगड़ा की फसल कुछ देर में आएगी. उनके दाम तो और भी ज्यादा मिलने की उम्मीद है.
उप्र आम बागवानी संघ के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह कहते हैं कि उत्तर प्रदेश और देश में करीब 70 फीसदी लोग आज भी दशहरी आम का ही स्वाद पसंद करते हैं. बाजार में जब भी वो आम खरीदने जाते हैं तो उनकी पहली पसंद दशहरी ही होता है. हालांकि अब नई वैरायटी के आम एक-एक करके दशहरी को पीछे छोड़ते जा रहे हैं. लेकिन दशहरी का अपना स्वाद आज भी बरकरार है. उन्होंने कहा कि मलिहाबाद का दशहरी आम पहली बार अमेरिका निर्यात किया जाएगा और वहां पर अपने स्वाद का जलवा बिखेरेगा. दशहरी आम के अमेरिका को निर्यात होने से आमों की बागवानी करने वाले किसानों को भी बड़ा फायदा होने जा रहा है.
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