Air Pollution: पराली प्रदूषण को लेकर हर‍ियाणा सरकार का बड़ा फैसला, अब इन वाहन चालकों पर दर्ज होगा केस

Air Pollution: पराली प्रदूषण को लेकर हर‍ियाणा सरकार का बड़ा फैसला, अब इन वाहन चालकों पर दर्ज होगा केस

पराली जलाने वालों के खिलाफ हरियाणा सरकार ने उठाए कड़े कदम. इस सीजन में 44 लोगों की हुई गिरफ्तारी जबक‍ि  32.55 लाख रुपए का लगाया गया जुर्माना. राज्य में धान की कटाई का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. हरियाणा में 36.5 लाख एकड़ में होती है धान की खेती. 

Advertisement
Air Pollution: पराली प्रदूषण को लेकर हर‍ियाणा सरकार का बड़ा फैसला, अब इन वाहन चालकों पर दर्ज होगा केसपराली जलाने वाले क‍िसानों पर सख्ती शुरू (Photo-Kisan Tak).

पराली जलाने की घटनाओं और बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच हर‍ियाणा के मुख्य सच‍िव संजीव कौशल ने बड़ा बयान द‍िया है. कौशल ने कहा कि आग पर काबू न पाने के लिए उपायुक्तों और स्टेशन हाउस ऑफिसर को जिम्मेदार ठहराने के निर्देश जारी किए गए हैं. सरकार ने खेतों में आग के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करते हुए 1256 चालान जारी किए हैं. खेतों में आग से संबंधित 72 एफआईआर दर्ज कर 44 अपराधियों को पकड़ा है. कौशल ने कहा कि राज्य सरकार ने गुरुग्राम और फरीदाबाद जिलों में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल एलएमवी (4 व्हीलर) पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है. यह आदेश 30 नवंबर तक कायम रहेगा. 

वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा जीआरएपी स्टेज III को रद्द किए जाने तक प्रतिबंध लगा रहेगा. आपातकालीन सेवाओं में तैनात वाहनों, पुलिस वाहनों और प्रवर्तन के लिए उपयोग किए जाने वाले सरकारी वाहनों पर यह आदेश लागू नहीं होगा. इन जिलों में बीएस-III पेट्रोल और बीएस-IV डीजल एलएमवी (4 व्हीलर) का उपयोग करते पाए जाने वाले उल्लंघनकर्ताओं पर मोटर वाहन अधिनियम, 1988 की धारा 194(1) के तहत केस दर्ज किया जाएगा. 

इसे भी पढ़ें: Sugarcane Price: द‍िवाली से पहले हर‍ियाणा के क‍िसानों को बड़ा तोहफा, गन्ने के दाम का 'डबल धमाका'

दस लाख वाहनों को क‍िया गया कलर कोड 

एनसीआर जिलों में पंजीकृत वाहनों पर होलोग्राम आधारित रंगीन स्टिकर लगाने के संबंध में उन्होंने कहा कि 14 नवंबर, 2018 से 31 जनवरी, 2023 के बीच एनसीआर जिलों में लगभग 10 लाख वाहनों को कलर-कोड किया गया है. उन्होंने कहा कि विभिन्न पराली प्रबंधन योजनाओं के लिए 600 करोड़ की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है. इन उपकरणों का उद्देश्य बायोमास-आधारित परियोजनाओं के लिए पराली को भूसे के लिए आपूर्ति सुनिश्चित करना है, जिससे पराली जलाने में कमी आएगी और पर्यावरण के प्रति जागरूक खेती को बढ़ावा मिलेगा.  

धान की 90 फीसदी कटाई पूरी

कौशल ने बताया क‍ि पराली जलाने वालों के खिलाफ हरियाणा सरकार ने कड़े कदम उठाए हैं. जिसके परिणाम स्वरूप 44 लोगों की गिरफ्तारियां हुईं और 32.55 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है. हरियाणा ने वर्ष 2023 में 38 प्रतिशत की कमी के साथ पराली जलाने पर नियंत्रण के उपाय तेज क‍िए हैं. राज्य में धान की कटाई का 90 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है और  सरकार पराली जलाने से निपटने के लिए उपायों को बढ़ावा  दे रही है. आज केंद्रीय कैबिनेट सचिव द्वारा बुलाई गई बैठक के दौरान कौशल ने पराली जलाने पर अंकुश लगाने और आग की घटनाओं को सक्रिय रूप से कम करने के सरकार द्वारा किए जा रहे अथक प्रयासों पर बल दिया, ताकि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में वायु प्रदूषण को कम किया जा सके. 

इसे भी पढ़ें: पंजाब में होती हैं पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाएं, मैनेजमेंट के ल‍िए क्या कर रही सरकार? 

मुख्य सच‍िव ने कहा क‍ि हरियाणा में 36.5 लाख एकड़ धान की खेती होती है. जिसमें 18.36 लाख एकड़ बासमती की खेती और लगभग 18.2 लाख एकड़ गैर-बासमती की खेती शामिल है. वायु गुणवत्ता सूचकांक बनाए रखने के लिए सरकार सतर्क है. पिछले वर्ष की तुलना में 2023 में पराली जलाने की घटनाओं में 38 प्रतिशत की कमी आई है, और पिछले दो वर्षों में 57 फीसदी की पर्याप्त कमी दर्ज की गई है.  

POST A COMMENT