लोकसभा में मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान किसानों की फसलों के नुकसान को लेकर सरकार की ओर से किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी. पीएम फसल बीमा योजना पर सांसदों के सवालों के जवाब देते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की मदद के लिए योजना चलाई जा रही है और इसके जरिए अब तक लगभग 4 करोड़ किसानों को लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक रूप से आग लगने से फसल बर्बाद होने पर नुकसान की भरपाई होगी. क्लेम पेमेंट मिलने में देरी पर 12 फीसदी अधिक रकम किसानों को मिलेगी. वहीं, बटाईदार को भी योजना का लाभ मिलने की बात कही.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में कृषि से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए कहा कि पीएम किसान फसल बीमा योजना के आवेदन पहले 3.51 करोड़ आते थे. अब 8.69 करोड़ आवेदन आए हैं. पीएम फसल बीमा योजना का लाभ 3.97 करोड़ किसानों को मिला है. उन्होंने कहा कि पीएम फसल बीमा योजना के आवेदन दोगुने से ज्यादा बढ़े.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्राकृतिक रूप से फसल खराब होती है तो पूरा भुगतान किसान को किया जाता है. प्राकृतिक रूप आग लगने से फसल बर्बाद होती है तो भी किसान को कवरेज मिलेगा. उन्होंने कहा कि आग लगने से फसल के नुकसान की भरपाई होगी. कृषि मंत्री ने कहा कि किसान की इच्छा है कि वह अपनी फसल का बीमा करवाये या न करवाए. पीएम किसान फसल बीमा योजना स्वैच्छिक है.
केंद्रीय कृषि मंत्री ने सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बटाई पर खेती करने वाले बटाईदार किसानों को भी नुकसान की भरपाई पीएम फसल बीमा योजना के जरिए की जाएगी. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर राज्य सरकार सर्टिफाइड करती है तो बंटाईदारों को भी फसल बीमा का लाभ मिलता है और मिलेगा.
किसानों का बीमा का भुगतान करने पर देरी करने वाली इंश्योरेंस कंपनी पर 12 फीसदी की पेनाल्टी लगाई जाएगी. कृषि मंत्री ने कहा कि पीएम क्लेम पाने में देरी होने पर 12 फीसदी पेनाल्टी लगाकर किसान के खाते में पैसे डाले जाएंगे. इसी खरीफ सीजन से इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा.
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