जानिए 12 बेडरूम वाले उस रुशिकोंडा महल के बारे में जिसने आंध्र प्रदेश की राजनीति में ला दिया है भूचाल

जानिए 12 बेडरूम वाले उस रुशिकोंडा महल के बारे में जिसने आंध्र प्रदेश की राजनीति में ला दिया है भूचाल

आंध्र प्रदेश की सत्‍ताधारी तेलगुदेशम पार्टी (टीडीपी) ने पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर विशाखापत्तनम में रुशिकोंडा हिल पर एक आलीशान रिसॉर्ट बनाने का आरोप लगाया है.  टीडीपी ने आरोप लगाया कि टूरिज्‍म प्रोजेक्‍ट के नाम पर बनाया गया यह रिसॉर्ट जगन के निजी इस्तेमाल के लिए था.  इस चौंकाने वाले आरोप ने राज्य के टूरिज्‍म प्रोजेक्‍ट्स में पारदर्शिता और शासन व्यवस्था को लेकर तीखी बहस छेड़ दी है.

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जानिए 12 बेडरूम वाले उस रुशिकोंडा महल के बारे में जिसने आंध्र प्रदेश की राजनीति में ला दिया है भूचालरुशिकोंडा पैलेस की वजह से आंध्र में छिड़ा नया विवाद

आंध्र प्रदेश की सत्‍ताधारी तेलगुदेशम पार्टी (टीडीपी) ने पूर्व मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी पर विशाखापत्तनम में रुशिकोंडा हिल पर एक आलीशान रिसॉर्ट बनाने का आरोप लगाया है.  टीडीपी ने आरोप लगाया कि टूरिज्‍म प्रोजेक्‍ट के नाम पर बनाया गया यह रिसॉर्ट जगन के निजी इस्तेमाल के लिए था.  इस चौंकाने वाले आरोप ने हाल ही में हुए चुनावों में टीडीपी की महत्वपूर्ण जीत के बाद राज्य के टूरिज्‍म प्रोजेक्‍ट्स में पारदर्शिता और शासन व्यवस्था को लेकर तीखी बहस छेड़ दी है. इसे रुशिकोंडा पैलेस के तौर पर भी जाना जाता है और बताया जा रहा है कि इसके निर्माण में करीब 500 करोड़ रुपये का खर्च आया है. इस पैलेस को लेकर राज्‍य में नया विवाद शुरू हो गया है. 

साल 2021 में आया प्रोजेक्‍ट 

साल 2021 के अंत में तत्कालीन वाईएसआरसीपी सरकार ने रुशिकोंडा हिल पर आंध्र प्रदेश पर्यटन विकास निगम (APTDC)की तरफ से चलाए जा रहे हरिता रिसॉर्ट के री-डेवलपमेंट का ऐलान किया. इसका मकसद इसे एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण में बदलना था. उस समय से ही रिसॉर्ट के 9.88 एकड़ क्षेत्र को बैन कर दिया गया था. आधिकारिक रिकॉर्ड पर अगर यकीन करें तो क्षेत्र को कुछ ब्लॉक्‍स में बांट दिया गया था. 356.4 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से यहां पर इमारतों का निर्माण किया जा रहा है. इस साल फरवरी में पूर्व पर्यटन मंत्री आरके रोजा ने री-डेवलपमेंट प्रोजेक्‍ट का उद्घाटन किया था. इस प्रोजेक्‍ट को लेकर कई पर्यावरणविदों ने भी चिंताएं जताई थीं.  

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12 बेडरूम और स्‍पा वाला महल 

रुशिकोंडा रिसॉर्ट 12 बेडरूम और 1,41,433 वर्ग मीटर में फैला है.  कहा जा रहा है कि इसमें तीन महलनुमा घर हैं जिनका निर्माण शांत रुशिकोंडा पहाड़ियों को काटकर किया गया. दावा है कि जगन सरकार ने इस प्रोजेक्‍ट पर अनुमानित 452 करोड़ रुपये में से 407 करोड़ रुपये खर्च किए. इसके कुछ बाथरूम 480 वर्ग फीट जितने बड़े हैं. टीडीपी का तर्क है कि अगर यह पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया था तो 7266 वर्ग मीटर के मीटिंग हॉल की कोई जरूरत नहीं थी.  

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2 लाख रुपये का झूमर!  

कलिंगा ब्लॉक में पहली मंजिल के मीटिंग हॉल में 2 लाख रुपये की लागत से एक झूमर था, जिसमें महंगे इंपोर्टेट संगमरमर और इसी तरह के झूमरों से सजे विशाल गलियारे थे.  कलिंगा ब्लॉक में ही दीवार से दीवार तक स्क्रीन वाला एक होम थिएटर भी था. गजपति और वेंगी ब्लॉक में भी इसी तरह की फैसिलिटीज हैं.  बाथरूम सहित पूरे महल सेंट्रल एयर कंडीशनिंग भी है. विशेष आकर्षणों में समुद्र के सामने एक डाइनिंग हॉल, सभी बेडरूम में 12 बेड और बाथरूम में स्पा सुविधाएं शामिल हैं. 

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टीडीपी ने कहा, सच्‍चाई आई सामने 

टीडीपी के विशाखापत्तनम सांसद एम भरत के एक करीबी की मानें तो आखिरकार सच्चाई सामने आ गई है. यह प्रोजेक्‍ट जगन के निजी फायदे के लिए था न कि आंध्र प्रदेश के हित के लिए. भीमिली के विधायक गंटा श्रीनिवास राव का दावा है कि रुशिकोंडा रिसॉर्ट के बाथरूम वाईएसआरसीपी सरकार की तरफ से गरीबों को दिए गए घरों से भी बड़े हैं. जबकि जगन की पार्टी वाईएसआरसीपी ने कहा है कि इस परियोजना का मकसद विशाखापत्तनम में पर्यटन को बढ़ावा देना है. अब यह वर्तमान सरकार पर निर्भर है कि वह उनका उपयोग कैसे करती है.  

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