केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने संसद से इस्तीफा दे दिया है. तोमर ने इस बार मध्य प्रदेश की दिमनी सीट से चुनाव लड़ा था. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस्तीफा दे दिया है. अब वो मध्य प्रदेश की राजनीति करेंगे. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी के जितने सांसद जीते हैं उन सभी को इस्तीफा देने को कहा गया था.
तोमर ने दिमनी विधानसभा सीट से 24 हजार से अधिक मतों से जीत दर्ज की है. लंबे समय से उनके मध्य प्रदेश की राजनीति में जाने की चर्चा चल रही थी. बताया जा रहा है कि तोमर मध्य प्रदेश में सीएम या विधानसभा अध्यक्ष बनाए जा सकते हैं. इसके साथ ही अब नए कृषि मंत्रियों के नामों पर चर्चा शुरू हो गई है. नए नामों में कैप्टन अमरिंदर सिंह और शिवराज सिंह चौहान की भी चर्चा चल रही है. जिन सांसदों ने इस्तीफा दिया है, उनके नाम इस प्रकार है-
नरेंद्र तोमर
प्रह्लाद पटेल
रीति पाठक
राकेश सिंह
उदय प्रताप सिंह
राज्यवर्धन राठौड़
दीया कुमारी
किरोड़ी लाल मीना
अरुण साव
गोमती साई
कुल 12 सांसद हैं. बाबा बालकनाथ और रेणुका सिंह अभी इस्तीफा देंगे. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने भी इस्तीफा दिया है. वो भी मध्य प्रदेश में सीएम पद के दावेदार हैं. भाजपा ने उन्हें नरसिंहपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया था. जहां उन्होंने कांग्रेस के लखन सिंह पटेल को 31 हजार से अधिक वोटों से हरा दिया दिया था.
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दिल्ली में अक्सर यह चर्चा होती रही है कि शिवराज सिंह चौहान को कृषि मंत्रालय में लाया जाएगा और नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश में जाएंगे. अब तोमर के विधानसभा चुनाव जीतने और केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद यह बात और प्रबल हो गई है. हालांकि, नए कृषि मंत्री बनने की लाइन में कैप्टन अमरिंदर सिंह को भी एक बड़ा दावेदार माना जाता है. यह भी संभव है कि कृषि मंत्रालय का प्रभार अमित शाह के पास रहे. क्योंकि उनके पास सहकारिता विभाग है. सहकारिता विभाग में बीज, ऑर्गेनिक फार्मिंग और कृषि उपज के आयात-निर्यात सहित कई काम पहले ही जा चुके हैं.
इस मौके पर प्रहलाद पटेल ने कहा कि मैंने संसद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है और थोड़ी देर में मंत्री पद से भी इस्तीफा दूंगा. हालांकि मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीन राज्यों में चुनाव जीतकर नई सरकार बनाने की तैयारी तेज कर दी है. बीजेपी मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने जा रही है. इसी कड़ी में जिन सांसदों और मंत्रियों को विधानसभा चुनाव लड़ाया गया था, अब उन्हें राज्यों में भेजने के लिए इस्तीफा कराया जा रहा है. इस्तीफे के बाद ये सभी नेता राज्यों की राजनीति में सक्रिय होंगे.
बीजेपी ने इस बार 21 सांसदों को टिकट दिया था. राजस्थान और मध्य प्रदेश में सात-सात सांसदों को चुनाव लड़ाया गया. दूसरी ओर छत्तीसगढ़ में चार और तेलंगाना में तीन सांसदों को विधानसभा का टिकट दिया गया. इधर दिल्ली में संसद सत्र भी चल रहा है. सत्र के दौरान बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी विजयी सांसदों से मुलाकात की और संसद सदस्यता छोड़ने का फैसला किया. इसके बाद जेपी नड्डा के साथ सभी सांसद इस्तीफा देने स्पीकर से मिलने पहुंचे.
मध्य प्रदेश में नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, राव उदय प्रताप और रीति पाठक ने जीत दर्ज की है. दूसरी ओर फग्गन सिंह कुलस्ते और गणेश सिंह हार गए. राजस्थान में बाबा बालकनाथ, किरोड़ी लाल मीठा, दीया कुमारी और राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने जीत दर्ज की जबकि भगीरथ चौधरी, नरेंद्र खीचड़ और देवजी पटेल हार गए.
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छत्तीसगढ़ में विजय बघेल, गोमती साय, रेणुका सिंह और अरुण साव ने जीत दर्ज की जबकि विजय बघेल हार गए. तेलंगाना में बीजेपी ने तीन सांसदों को उतारा लेकिन तीनों हार गए. इन तीन सांसदों में संजय कुमार, धर्मपुरी अरविंद और सोयम बाबू के नाम हैं.
(पॉलोमी साहा, हिमांशु मिश्रा, अशोक सिंघल, ओमप्रकाश और माधव शर्मा का इनपुट)
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