खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पंजाब पुलिस की वार्ता फेल, डल्लेवाल की रिहाई पर अड़ा संगठन

खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पंजाब पुलिस की वार्ता फेल, डल्लेवाल की रिहाई पर अड़ा संगठन

खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच आज की वार्ता नाकाम रही. आज पुलिस ने किसान संगठनों के साथ बात की ताकि धरना प्रदर्शन खत्म करने का कोई रास्ता निकाला जा सके. लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला क्योंकि किसान इस बात पर अड़े रहे कि पहले किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को सामने लाया जाए.

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खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पंजाब पुलिस की वार्ता फेल, डल्लेवाल की रिहाई पर अड़ा संगठनखनौरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी

खनौरी बॉर्डर पर किसानों और पंजाब पुलिस की वार्ता बुधवार शाम को फेल हो गई. किसानों ने पुलिस के सामने पहले जगजीत सिंह डल्लेवाल को लाने की बात रखी. किसान और पंजाब पुलिस के बीच 1 घंटे तक वार्ता चली, लेकिन उसमें कोई हल नहीं निकल सका. किसान खनौरी बॉर्डर पर बड़ी संख्या में जुटे हैं और 6 दिसंबर को दिल्ली कूच का ऐलान किया है. इससे पहले डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पर पहुंचे थे, लेकिन कथित तौर पर पंजाब पुलिस ने उन्हें जबरन हटा दिया और मेडिकल चेकअप के लिए अस्पताल में रखा गया है.

बुधवार को किसानों और पंजाब पुलिस की वार्ता निजी होटल में हुई. वार्ता के दौरान किसानों ने निजी होटल को चारों तरफ से घेर कर रखा. इस मीटिंग में पंजाब पुलिस के DIG मनदीप सिंह, एसएसपी नारक सिंह और किसान नेता मौजूद रहे. पंजाब पुलिस ने किसानों से जगजीत सिंह की वापसी के लिए समय मांगा.

खनौरी पर किसानों की मीटिंग

पंजाब पुलिस ने किसानों से कहा कि उच्च अधिकारियों से जगजीत सिंह को किसान मोर्चे पर लाने की बात की जाएगी. किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि गुरुवार को खनौरी बॉर्डर पर दो बड़े किसान जत्थों की मीटिंग होगी जिसमें आगे की रणनीति पर बड़ा फैसला लिया जाएगा.

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पंजाब के किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो किसानों की मांगों को लेकर आमरण अनशन शुरू करने वाले थे, को कथित तौर पर खनौरी बॉर्डर से जबरन हटा दिया गया और मंगलवार को जांच के लिए लुधियाना के एक अस्पताल ले जाया गया. किसानों ने दावा किया कि 70 साल के डल्लेवाल को पुलिस ने इस तरह से उठाया जैसे कि वह "कोई गैंगस्टर या आतंकवादी" हों. 

पंढेर का पुलिस पर आरोप

किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने आरोप लगाया कि डल्लेवाल को मंगलवार की सुबह खनौरी बॉर्डर से पुलिस ने जबरन उठा लिया क्योंकि उन्होंने पुलिस कार्रवाई के लिए भगवंत मान सरकार की आलोचना की. 

इस बीच, किसानों ने अपने विरोध प्रदर्शन को आगे बढ़ाया और कहा कि किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझांडे डल्लेवाल की जगह आमरण अनशन पर बैठेंगे. इसे "निर्णायक लड़ाई" बताते हुए, उन्होंने केंद्र से अगले 10 दिनों में उनके मुद्दों को हल करने के लिए उनके साथ बातचीत फिर से शुरू करने को कहा. 

फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी की मांग को लेकर मंगलवार को डल्लेवाल खनौरी बॉर्डर पहुंचे और आमरण अनशन शुरू करने की बात की. उसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की. डल्लेवाल ने ऐलान किया था कि वह किसानों की मांगों को मनवाने के लिए अपनी जान देने के लिए तैयार हैं.

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इस मामले में किसान मजदूर मोर्चा के नेता सरवन सिंह पंढेर ने बुधवार को फिर से पंजाब सरकार पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल को खनौरी से जबरन ले जाने का आरोप लगाया. पंढेर ने यह भी कहा कि दल्लेवाल की जगह किसान नेता सुखजीत सिंह हरदोझंडे आमरण अनशन पर बैठे हैं. उन्होंने कहा, "सुखजीत का आमरण अनशन दूसरे दिन भी जारी है."(सुनील का इनपुट)

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