शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने शनिवार को केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में हालिया बाढ़ और भारी बारिश से तबाह हुए किसानों को अभी तक राहत नहीं मिली है. राउत ने मांग की कि प्रधानमंत्री जब मुंबई दौरे पर आएं तो वे किसानों के लिए विशेष राहत पैकेज की घोषणा करें. पुणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राउत ने कहा कि महाराष्ट्र के लाखों किसान बाढ़ की चपेट में आए हैं, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को सीधे दिल्ली से ही मदद का ऐलान करना चाहिए था, लेकिन अब मुंबई दौरे पर इसकी घोषणा करना ही किसानों के साथ न्याय होगा. संजय राउत ने कहा कि हाल ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी बता चुके हैं कि शुरुआती आकलन के अनुसार राज्य में करीब 60 लाख हेक्टेयर भूमि बारिश और बाढ़ से प्रभावित हुई है.
सरकार ने ऐलान किया है कि किसानों को वैसे ही लाभ और सुविधाएं दी जाएंगी जैसे सूखे की स्थिति में दी जाती हैं. हालांकि विपक्ष की मांग के बावजूद “अतिवृष्टि” घोषित करने से फडणवीस ने इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि इस तरह का कोई प्रावधान आधिकारिक मैनुअल में मौजूद नहीं है.
राउत ने इस मौके पर शिवसेना नेता रामदास कदम पर भी कड़ा हमला बोला उन्होंने कहा कि कदम ने हाल ही में दावा किया कि 2012 में बाल ठाकरे के निधन की घोषणा देर से की गई थी और उनकी मौत के बाद उनके अंगूठे के निशान लिए गए थे. राउत ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वे खुद बालासाहेब के अंतिम क्षणों में मौजूद थे और कदम का यह दावा इस बात का उदाहरण है कि कोई व्यक्ति पद और पैसे के लिए कितना नीचे गिर सकता है.
राउत ने कहा कि कदम और नीला गोरे जैसे नेताओं को दो बार विधान परिषद तक पहुंचाने का श्रेय उद्धव ठाकरे को जाता है, लेकिन आज वही लोग पार्टी और ठाकरे परिवार के खिलाफ बोल रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि इन नेताओं का शिवसेना और महाराष्ट्र की जनता के लिए असल योगदान क्या रहा है. राउत ने साफ कहा कि जो लोग पार्टी छोड़ चुके हैं, वे कभी भी सच में बालासाहेब ठाकरे के प्रति वफादार नहीं हो सकते और न ही उन्हें अपना मार्गदर्शक मान सकते हैं.
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