Jammu Kashmir Lok Sabha Election: रिकॉर्ड वोटिंग के साथ घाटी में टूटा 35 साल का रिकॉर्ड  

Jammu Kashmir Lok Sabha Election: रिकॉर्ड वोटिंग के साथ घाटी में टूटा 35 साल का रिकॉर्ड  

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर मतदान ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं. शनिवार 25 मई को हुए छठे दौर के मतदान में अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 51.35 प्रतिशत मतदान हुआ. अधिकारियों के अनुसार, राजौरी विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 67.09 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि नौशेरा में 65.47 प्रतिशत मतदान हुआ.

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Jammu Kashmir Lok Sabha Election: रिकॉर्ड वोटिंग के साथ घाटी में टूटा 35 साल का रिकॉर्ड  जम्‍मू कश्‍मीर के 11 विधानसभा क्षेत्रों में डाले गए वोट

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर मतदान ने नए रिकॉर्ड बनाए हैं. शनिवार 25 मई को हुए छठे दौर के मतदान में अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में शाम पांच बजे तक 51.35 प्रतिशत मतदान हुआ. अधिकारियों के अनुसार, राजौरी विधानसभा सीट पर सबसे अधिक 67.09 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि नौशेरा में 65.47 प्रतिशत मतदान हुआ.  अनंतनाग, अनंतनाग पश्चिम और कुलगाम विधानसभा क्षेत्र ही ऐसे तीन क्षेत्र हैं जहां अब तक 35 फीसदी से कम मतदान हुआ है. पांच साल पहले अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद इस निर्वाचन क्षेत्र में यह पहला चुनाव है. चुनाव आयोग ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया है कि घाटी में 35 साल के बाद इतनी वोटिंग हुई है. आखिरी बार सन् 1989 में इतनी वोटिंग दर्ज की गई थी.

साल 2019 से भी ज्‍यादा 

चुनाव आयोग की तरफ से कहा गया है कि आम चुनाव 2024 में घाटी के तीन संसदीय क्षेत्रों श्रीनगर में 38.49 प्रतिशत, बारामूला में 59.1 प्रतिशत और अनंतनाग-राजौरी में 51.35 प्रतिशत में मतदान दर्ज किया गया है जो कई दशकों में सबसे अधिक है. आयोग की मानें तो साल 2019 में घाटी में तीन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत 19.6 फीसदी ही था. जबकि इस बार यह 50 प्रतिशत तक रिकॉर्ड हुआ है. मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त राजीव कुमार ने कहा है कि अनंतनाग राजौरी संसदीय क्षेत्र के मतदान के साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों ने लोकतंत्र में विश्वास जताया है. साथ ही इसे न मानने वालों को गलत साबित किया है. 

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महबूबा मुफ्ती मैदान में 

अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र से सुचारू मतदान की सूचना मिली, जिसमें 18 विधानसभा सीटें शामिल हैं. साल 2022 में अब केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में परिसीमन किए जाने के बाद, पुलवामा जिले और शोपियां विधानसभा सीट को दक्षिण कश्मीर लोकसभा क्षेत्र से हटा दिया गया था.  जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपनी पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी का गढ़ मानी जाने वाली इस सीट से मैदान में हैं। उन्हें नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के मियां अल्ताफ अहमद के खिलाफ खड़ा किया गया है. महबूबा मुफ्ती साल 2004 और 2014 में अनंतनाग से लोकसभा के लिए चुनी गई थीं. हालांकि, उन्होंने जम्मू और कश्मीर के अंतिम राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में पद संभालने के बाद 2016 में अपनी सीट से इस्तीफा दे दिया. '

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मतदान में 20 प्रतिशत इजाफा 

पुरानी अनंतनाग लोकसभा सीट पर 2019 में मतदान प्रतिशत लगभग 9 प्रतिशत था जबकि 2014 में यह 29 प्रतिशत के करीब था. शनिवार को जब मतदान शुरू हुआ तो पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की मुखिया महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं और पोलिंग एजेंटों को बिना किसी कारण के पुलिस स्टेशनों में हिरासत में लिया जा रहा है. महबूबा मुफ्ती ने यह भी दावा किया कि ‘ईवीएम से छेड़छाड़’ की कोशिशों की शिकायतें मिल रही हैं. अपने आरोपों के बाद वह धरने पर बैठ गई थीं. 

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11 विधानसभा क्षेत्रों में हुई वोटिंग 

कश्मीर घाटी में आने वाले 11 विधानसभा क्षेत्रों में शाम 5 बजे तक मतदान प्रतिशत 42.26 बताया गया. अनंतनाग-राजौरी उन 58 लोकसभा क्षेत्रों में से एक है, जहां शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण में मतदान हुआ.  अंतिम चरण में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, हरियाणा और ओडिशा में मतदान हुआ.  सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा और वोटों की गिनती 4 जून को होनी है. 

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