किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) की लीडरशिप की ओर से सोमवार को मोहाली के अंब साहिब गुरुद्वारा साहिब में मीटिंग करके आगे के कार्यक्रम जारी किए गए. मीटिंग के बाद प्रेस को संबोधित कर नेताओं ने कहा कि 31 मार्च को आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्रियों के घर घेरे जाएंगे. किसान संगठनों ने कहा, सारे देश ने देखा किस तरह 19 मार्च को केंद्र के साथ मुलाकात करके आ रहे किसान नेताओं की गिरफ्तारी के बाद शंभू और खनौरी बॉर्डर पर 1947 और 1984 जेसे हालात बना दिए. सैकड़ों की संख्या में किसानों को गिरफ्तार किया गया. इसके साथ ही महिला किसानों और बुज़ुर्ग किसानों पर लाठीचार्ज किया गया. मौके पर मौजूद एक पत्रकार की गिरफ्तारी हुई और गुरसमसीर को पीटा गया.
केएमएम और एसकेएम (गैर राजनीतिक) ने एक प्रेस रिलीज में कहा, मंदीप पूनिया से फोन छीना गया और पत्रकार मंदीप सिंह कंग का कैमरा तोड़ा गया. 20 मार्च को किसान मजदूर मोर्चा के सीनियर किसान नेता बलवंत सिंह बहरामके को बुरी तरह से पीटा गया. बाजवा ढाबे पर उन पर किया गया लाठीचार्ज सबने देखा. शंभू और खनौरी बॉर्डर पर ट्रैक्टर, ट्रालियों के साथ करोड़ों का समान पुलिस की निगरानी में लोकल खनन माफिया के साथ मिल कर चोरी करवाया गया, जिसमें लोकल विधायक के साथ साजिश करके चोरी करवाया.
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किसान संगठनों ने कहा, हमारे किसान नेता जगजीत सिंह को गिरफ्तार करके पुलिस ने रखा हुआ है जिनकी लोकेशन लगातर बदली जा रही है. हम अभी तक उसने मुलाकात नहीं करवाइ गई है. ना ही कोई जानकारी जारी की गई है. किसान मजदूर मोर्चा और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) ने इस तमाम मुद्दों पर बड़े कार्यक्रम की आज घोषणा की है. संगठनों ने बताया कि 31 मार्च को आम आदमी पार्टी के मंत्रियों के घरों के समाने धरना प्रदर्शन किया जाएगा. यह एक दिन का होगा. अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई तो ये पक्का धरने में बदल दिया जाएगा.
दोनों संगठनों ने 28 मार्च को एसकेएम भारत के द्वारा डीसी दफ्तरों पर दिए जाने वाले धरना प्रदर्शन का समर्थन किया है. 27 मार्च को सुबह 10.00 बजे, गुरुद्वारा नथाना साहिब, गांव जंढमंगोली में पुवाद सद्भावना संगत एकत्रित की जाएगी. इन धरनों की मुख्य मांगें हैं कि जेलों में बंद सभी किसानों को बिना शर्त रिहा किया जाए. विधायक गुरलाल घन्नौर की विधान सभा सदस्यता रद्द की जाए. किसानों का तमाम गुम और चोरी हुआ समान बरामद किया जाए और जितना नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाए.
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दोनों मोर्चों से चोरी करने वाले चोरों और उसकी साजिश रचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए. 20 मार्च को किसान मजदूर मोर्चा के किसान नेता बलवंत सिंह बहरामके और किसानों पर अत्याचार करके लाठीचार्ज करने वाले SHO हरप्रीत सिंह को बर्खास्त किया जाए. उन्होंने कहा कि हमारा केंद्र के खिलाफ़ 12 मांगों पर आंदोलन पूरे जोर से जारी है.
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