किसानों की रिहाई पर पंजाब पुलिस के आईजी सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि 800 किसानों को पहले ही रिहा किया जा चुका है. पंजाब सरकार ने महिलाओं, 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और मेडिकल समस्याओं वाले लोगों को रिहा करने का फैसला किया है. आज करीब 450 किसानों को रिहा किया जाएगा. किसानों के सामान चोरी होने के मामलों पर पंजाब सरकार ने सख्त रुख अपनाया है.
आईजी सुखचैन सिंह ने कहा कि अब तक तीन एफ़आईआर दर्ज की गई हैं. एसपी जसबीर सिंह को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है. किसान 9071300002 पर कॉल करके चोरी हुए सामान की शिकायत दर्ज करा सकते हैं.
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के डिटेन केस में हाईकोर्ट में आज सुनवाई हुई जिसमें कहा गया कि जगजीत सिंह को उनके पारिवारिक सदस्य मिल सकते हैं. वहीं एसएसपी नानक की ओर से एक एफिडेविट लगाया गया जिसमें उन्होंने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर उनकी सेहत को लेकर उन्हें अस्पताल में रखा गया है. उन पर किसी भी प्रकार का कोई भी मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. इस मामले में अगली सुनवाई 26 तारीख को होगी.
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दूसरी ओर, किसानों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) 28 मार्च को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा. किसान संगठन एसकेएम ने रविवार को एक बयान में कहा, "एसकेएम की राष्ट्रीय समन्वय समिति पूरे भारत के किसानों से आह्वान करती है कि वे पंजाब में किसानों के विरोध प्रदर्शन पर पुलिस दमन के खिलाफ 28 मार्च को पूरे भारत के जिलों में विरोध प्रदर्शन करें."
एसकेएम ने किसान मजदूर मोर्चा (KMM) और एसकेएम (गैर राजनीतिक) समेत सभी किसान संगठनों और मंचों से मुद्दा आधारित एकता में शामिल होने और "दमन के खिलाफ एकजुट होने" के लिए आगे आने का आग्रह किया.
बयान में कहा गया है, "भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के निर्देश पर, पंजाब पुलिस ने जगजीत सिंह डल्लेवाल और सरवन सिंह पंधेर समेत 350 किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया था. पुलिस ने खनौरी और शंभू बॉर्डर पर आंदोलनकारी किसानों के टेंट और मंचों को बुलडोजर से गिरा दिया और ट्रैक्टर ट्रेलरों, ट्रॉलियों और अन्य उपकरणों को जबरन हटा दिया." इसके विरोध में एसकेएम 28 मार्च को पूरे देश में विरोध प्रदर्शन करेगा.
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कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में सरकार और किसानों के साथ मीटिंग के बाद पंजाब पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में ले लिया था. इसमें डल्लेवाल और पंधेर जैसे नेता भी शामिल हैं. हालांकि पंजाब पुलिस ने कहा है कि अभी तक 800 किसानों को रिहा कर दिया गया है और यह कार्रवाई आगे भी चल रही है. बाकी किसान जो हिरासत में हैं, उन्हें भी जल्द रिहा किया जाएगा. पंजाब सरकार के खिलाफ किसानों में गहरी नाराजगी दिखाई दे रही है.
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