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Rubber Farming: केरल सरकार ने रबर के MSP में की 10 रुपये की बढ़ोतरी, हजारों किसानों को होगा सीधा फायदा

Rubber Farming: केरल सरकार ने रबर के MSP में की 10 रुपये की बढ़ोतरी, हजारों किसानों को होगा सीधा फायदा

राज्य सरकार ने आरपीआईएस के तहत बकाया निपटान के लिए 24.48 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं. इस कदम से डेढ़ लाख से अधिक छोटे और सीमांत रबर किसानों को लाभ होने की उम्मीद है. संसदीय चुनाव नजदीक आने के साथ, रबर बागान, विशेष रूप से मध्य त्रावणकोर में, राजनीतिक ध्यान का केंद्र बिंदु बन गए हैं.

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केरल के किसानों को होगा बहुत अधिक फायदा. (सांकेतिक फोटो) केरल के किसानों को होगा बहुत अधिक फायदा. (सांकेतिक फोटो)

रबर की खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. रबर बोर्ड द्वारा रबर निर्यात को बढ़ावा देने के लिए 5 रुपये के प्रोत्साहन की घोषणा के एक दिन बाद केरल सरकार ने शनिवार को रबर के समर्थन मूल्य में 10 रुपये की बढ़ोतरी का आदेश जारी कर दिया. इससे किसानों के बीच खुशी की लहर है. कहा जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से प्रदेश के एक लाख से अधिक किसानों को सीधा फायदा होगा. 

द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश के वित्त मंत्री केएन बालगोपाल ने बजट पेश करते हुए रबर उत्पादकों को समर्थन देने के उद्देश्य से रबर उत्पादन प्रोत्साहन योजना (आरपीआईएस) के तहत रबर की मूल कीमत 170 रुपये से बढ़ाकर 180 रुपये कर दी थी. इस योजना का उद्देश्य रबर किसानों को 180 रुपये की गारंटीकृत कीमत और वास्तविक बाजार मूल्य के बीच का अंतर प्रदान करना है. उत्पादक रबर डीलरों से रबर उत्पादन समितियों को बिल जमा करके इस राशि का दावा कर सकते हैं, जिसे बाद में रबर बोर्ड के फील्ड अधिकारियों द्वारा सरकार की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा.

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24.48 करोड़ रुपये आवंटित

राज्य सरकार ने आरपीआईएस के तहत बकाया निपटान के लिए 24.48 करोड़ रुपये भी आवंटित किए हैं. इस कदम से डेढ़ लाख से अधिक छोटे और सीमांत रबर किसानों को लाभ होने की उम्मीद है. संसदीय चुनाव नजदीक आने के साथ, रबर बागान, विशेष रूप से मध्य त्रावणकोर में, राजनीतिक ध्यान का केंद्र बिंदु बन गए हैं. यूडीएफ और एलडीएफ दोनों ने अपने अभियान को रबर क्षेत्र के आसपास केंद्रित किया है. एनडीए भी अब अपने चुनाव अभियान को रबर की खेती करने वालों की प्रगति के साथ जोड़कर इसका अनुसरण कर रहा है. बीडीजेएस ने रबर की न्यूनतम कीमत 250 रुपये तक बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से आश्वासन का अनुरोध करके एक सक्रिय रुख अपनाया है.

बैंकॉक में महंगा हुआ रबर

वहीं, बीते 9 मार्च को खबर सामने आई थी कि भारत में प्राकृतिक रबर क्षेत्र एक अनोखी दुर्दशा का सामना कर रहा है. मांग और आपूर्ति के बीच काफी अंतर होने के बावजूद इसकी कीमत स्थिर है. इसके अलावा, घरेलू रबर की कीमत कम बनी हुई है, जबकि इसकी दर बढ़ी है और इस महीने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 200 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर गई है. रबर बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, मार्च के पहले सप्ताह में प्राकृतिक रबर की कीमत तेजी से बढ़ी, सात सप्ताह के अंतराल के बाद शुक्रवार को बैंकॉक बाजार में 204.80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई. इसके विपरीत, घरेलू कीमत 169 रुपये प्रति किलोग्राम रही.

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