पंजाब-हरियाणा बॉर्डर से सटे शंभू बॉर्डर पर हरियाणा पुलिस ने किसानों को दिल्ली कूच करने से पहले ही रोक दिया है. इसी के साथ बॉर्डर पर हलचल तेज हो गई है. पुलिस ने अपील की है कि किसान आगे न बढ़ें. शुक्रवार को 101 किसानों का पहला जत्था शंभू बॉर्डर से दिल्ली कूच पर रवाना होने वाला है. इस कूच में किसान नेता सरवन सिंह पंढेर शामिल नहीं हैं. हालाकि अंबाला पुलिस ने पहले ही निर्देश जारी कर सख्त एहतियात बरते जाने की बात कही है. ये भी कहा गया है कि किसानों को पहले दिल्ली पुलिस से इजाजत लेनी होगी.
सुरजीत सिंह फूल, सतनाम सिंह पन्नू, सविंदर सिंह चौटाला, बलजिंदर सिंह चडियाला, मनजीत सिंह की अगुवाई में 101 किसानों का जत्था पैदल मार्च करने वाला है. किसान नेता सरवन सिंह पंढेर शंभू बॉर्डर पर ही मौजूद रहेंगे और वे जत्थे में शामिल नहीं होंगे.
पुलिस ने किसानों के प्रवेश को रोकने के लिए बॉर्डर पर जालियां लगा रखी हैं. आज किसान जैसे ही आगे बढ़े, पुलिस के रोकने पर वे जालियों पर चढ़ गए. हजारों की तादाद में किसान शंभू बॉर्डर के पुल पर मौजूद हैं जिनपर ड्रोन कैमरों से निगरानी की जा रही है. इसमें कई यूनियनों के किसान हिस्सा ले रहे हैं. किसान संगठनों की ओर से कहा गया है कि 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करेगा, लेकिन बॉर्डर पर हजारों किसानों की तादाद नजर आ रही है. पुलिस इन्हें रोकने के लिए लगातार अपील कर रही है. पुलिस ने इस पूरे इलाके को सील कर दिया है.
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हरियाणा पुलिस ने किसानों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे हैं. उन्हें रोकने के लिए केमिकल स्प्रे का भी प्रयोग किया गया. किसानों ने दो तीन बैरिकेड्स को तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस को अपनी कार्रवाई करनी पड़ी. किसानों ने जब कंटीले तारों को उखाड़ना शुरू किया और बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े.
पुलिस की इस कार्रवाई से बचने के लिए किसान पूरी तैयारी में शंभू बॉर्डर पर पहुंचे हैं. किसानों ने गैस मास्क लगाया है ताकि आंसू गैसे के गोले का असर ना हो. बॉर्डर पर किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने कई स्तर की सुरक्षा लगाई है. यहां तक कि लोहे की जालियों के साथ लोहे की कीलें और बैरिकेड्स भी लगाए गए हैं. किसानों को बैरिकेड्स तोड़ते देखा गया जिसके बाद उन्हें तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. पुलिस ने केमिकल स्प्रे का भी इस्तेमाल किया.
हरियाणा पुलिस ने बॉर्डर पर 7 लेयर की सुरक्षा की है, लेकिन किसानों ने उसे तोड़ने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले और केमिकल स्प्रे का इस्तेमाल किया. इससे किसानों में परेशानी देखी जा रही है. बॉर्डर मौजूद किसानों और पत्रकारों ने बताया कि इससे आंखों में आंसू और खुजली की समस्या हो रही है.
इससे पहले हरियाणा सरकार ने शुक्रवार को अंबाला जिले के 11 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और बल्क एसएमएस सेवा को 9 दिसंबर तक के लिए निलंबित कर दिया. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की मांग को लेकर दिल्ली कूच करने की तैयारी कर रहे किसानों के एक समूह के कारण "तनाव, आंदोलन और सार्वजनिक शांति भंग" की आशंकाओं के चलते इंटरनेट सर्विस रोकी गई है.
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शुक्रवार दोपहर अंबाला के डंगदेहरी, लोहगढ़, मानकपुर, डडियाना, बारी घेल, लहर्स, कालू माजरा, देवी नगर, सद्दोपुर, सुल्तानपुर और काकरू गांवों में प्रतिबंध लागू किया गया. अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा की ओर से जारी आदेश के अनुसार, ये सेवाएं 9 दिसंबर की रात 11.59 बजे तक निलंबित रहेंगी. (असीम बस्सी, अनमोल बाली और अमन भारद्वाज का इनपुट)
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