चुनाव आयोग आज शुक्रवार को हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है. इससे पहले हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने आनन-फानन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर किसानों के मुद्दों खासतौर पर एमएसपी पर कांग्रेस सरकार को घेरने की कोशिश की. बीजेपी के 10 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां बताईं और कांग्रेस से उसी आधार पर सवाल पूछे. हरियाणा की बीजेपी सरकार किसानों के मुद्दे पर घिरी हुई है, इसलिए सैनी ने अपनी प्रेस कांफ्रेंस में यह दिखाने की कोशिश की कि वो किसानों के हित के लिए कितना काम कर रहे हैं. उन्होंने अपने 10 साल के कार्यकाल में एमएसपी पर खरीदे गए बाजरा, सरसों और सूरजमुखी का आंकड़ा दिया और कहा कि कांग्रेस भी अपने 10 साल का हिसाब दे कि उसने एमएसपी पर कितनी खरीद की.
सीएम ने खरीफ फसलों के बोनस के रूप में 5 लाख 20 हजार किसानों के खाते में 525 करोड़ रुपये की रकम जारी की. सैनी ने बताया कि पिछले वर्षों की तुलना में हरियाणा में बारिश कम हुई है, इससे होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए 2000 रुपये प्रति एकड़ के हिसाब से किसानों को बोनस देने का हमने एलान किया था. आज उसकी पहली किस्त जारी की गई है. एक दो दिन में यह सारा पैसा किसानों को मिल जाएगा. मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर जितने भी किसानों के रजिस्ट्रेशन होंगे उन सभी को बोनस दिया जाएगा.
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प्रदेश के 14 जिलों में पशु चिकित्सा पॉली क्लिनिक संचालित हैं. राज्य के शेष आठ जिले पंचकूला, कैथल, करनाल, हिसार, झज्जर, गुरुग्राम, फरीदाबाद और यमुनानगर में भी पॉली क्लिनिक खोले जाएंगे. इनमें पशुओं के ईलाज की चिकित्सा सेवाएं मिलेंगी. दूसरी घोषणा दूध विक्रेताओं के लिए है. जो दूध विक्रेता घर-घर जाकर दूध की बिक्री करते हैं और जिनकी पारिवारिक आय तीन लाख रुपये वार्षिक है, उन्हें राज्य सरकार की दयालु योजना के तहत कवर किया जाएगा. इसके तहत परिवार के किसी भी सदस्य की मृत्यु या स्थायी दिव्यांगता की स्थिति में आर्थिक मदद दी जाएगी.
आजकल कांग्रेस राजनीतिक लाभ लेने और अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन तलाशने के लिए मेरी सरकार पर झूठे आरोप लगा रही है. इसके लिए कांग्रेसी एक यात्रा निकाल रहे हैं. मैंने 11 सवाल बनाए थे. जिनमें से कुछ पूछ रहा हूं. हमारी सरकार ने पिछले 10 वर्षों में 50,65, 264 मीट्रिकट टन बाजरे की खरीद एमएसपी पर की है. बाजरे पर हमने भावांतर भी दिया है. अब कांग्रेस बताए कि उन्होंने 2004 से 2014 तक आपने 10 साल के शासन में कितना बाजरा खरीदा है.
बीजेपी सरकार ने 10 साल में 33,52,000 मीट्रिक टन सरसों एमएसपी पर खरीदी है. कांग्रेस ने अपने 10 साल के कार्यकाल में कितनी सरसों एमएसपी पर खरीदी है. उसका वो हिसाब दे. बीजेपी ने पिछले 10 साल में 96,232 मीट्रिक टन सूरजमुखी एमएसपी पर खरीदी है. भावांतर भी दिया है. कांग्रेस बताए कि उसने अपने कार्यकाल में कितनी सूरजमुखी खरीदी है. दरअसल, कांग्रेस ने किसानों को धोखा दिया है, उसके बावजूद वो आजकल हमसे हिसाब मांग रहे हैं.
सीएम ने कहा कि 2005 से 2014 तक हमारा अन्नदाता अपनी आलू, प्याज, टमाटर जैसी फसलें हर वर्ष सड़कों पर फेंकने के लिए मजबूर होता था. जबकि आज के समय में किसानों को पूरा भाव दिया जा रहा है. हमारी सरकार ने सुनिश्चित किया है कि बागवानी किसानों को बाजार भाव में गिरावट की मार न झेलनी पड़े. इसके लिए हमने बागवानी फसलों को भी भावांतर भरपाई योजना के तहत कवर किया है. इसके तहत फल और सब्जी उत्पादन करने वाले 16 हजार से अधिक किसानों को 64 करोड़ रुपये की रकम दी है. कांग्रेस भी बताए कि उसने ऐसा कोई काम किया है क्या?
हमारी सरकार जवाब मांगने वालों से पूछना चाहती है कि वो भी बताएं कि कौन-कौन सी स्कीम के अंदर उन्होंने किसानों को लाभ पहुंचाया है. हमने सभी फसलों को एमएसपी पर खरीदने का एलान किया है. कांग्रेस बताए कि उन्होंने अपने 10 साल के कार्यकाल में कितनी फसलों की एमएसपी पर खरीद की है. सिर्फ झूठ बोलकर जनता को गुमराह न करें.
पिछले आठ सीजन के दौरान मेरी फसल मेरा ब्यौरा के तहत 30 लाख किसानों के खाते में सीधे 1,12,000 करोड़ रुपये की रकम आवंटित की है. हमने यह व्यवस्था की है कि फसल बेचने के 72 घंटे के अंदर किसान के खाते में पैसा जमा हो जाएगा. यदि देरी होती है तो 9 फीसदी की दर से उस किसान को ब्याज मिलता है. ऐसे किसानों को ब्याज के रूप में 1 करोड़ रुपये से अधिक की रकम दी गई है. पीएम किसान सम्मान निधि के तहत 17 किस्तों में हमारे प्रदेश के किसानों के खाते में 5790 करोड़ रुपये मिले हैं. हिसाब मांगने वालों को आईना दिखाने के लिए इतना काफी है.
आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचा रहे इसके लिए बीजेपी सरकार ने मेरा पानी मेरी विरासत योजना शुरू की. इसके तहत धान की खेती छोड़ने वाले किसानों को 7000 रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन रकम दी. साथ ही धान की सीधी बिजाई के लिए 4000 रुपये एकड़ दिया. ताकि जमीन में पानी बचा रहे. इन दोनों पहलों के तहत हमने किसानों को 255 करोड़ रुपये दिए हैं. कांग्रेस का ध्यान तो इस बात पर रहता था कि कैसे किसानों की जमीन हड़पी जाए.
प्राकृतिक आपदा के चलते फसलों का जो नुकसान होता था उसकी भरपाई के लिए कांग्रेस के शासन में किसानों को 2-2 रुपये के चेक दिए जाते थे. लेकिन हमने यह व्यवस्था बदली. फसल के खराबे के लिए 10 साल में 13 हजार 276 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया. इस बीच नायब सिंह सैनी ने यह भी कहा कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव अपने समय पर होंगे.
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