राजस्थान के हनुमानगढ़ में किसानों का विरोध प्रदर्शनराजस्थान के हनुमानगढ़ में इथेनॉल फैक्ट्री का लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. इसमें कई राज्यों के किसान हिस्सा ले रहे हैं. कई किसान संगठनों ने भी भाग लेने की चेतावनी जारी की है. इसी के साथ हजारों किसान हनुमानगढ़ में इथेनॉल फैक्ट्री लगाने के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए इकट्ठा होने की योजना बना रहे हैं. बुधवार को बड़े विरोध प्रदर्शन की तैयारी है.
किसान संयुक्त महासभा के बैनर तले विशाल महापंचायत करके आंदोलन करने की योजना बना रहे हैं. इसे देखते हुए कम से कम एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. पुलिस और जिला प्रशासन ड्रोन का इस्तेमाल करके स्थिति पर नजर रख रहे हैं. विशाल महापंचायत वाली जगह के पास कई जगहों पर बैरिकेड लगाए गए हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत किसानों की मांगों के समर्थन में किसान महापंचायत में हिस्सा लेंगे, जिसमें इथेनॉल फैक्ट्री लगाने की योजना को रद्द करना भी शामिल है.
हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र के राठी खेड़ा में लगने वाली इथेनॉल फैक्ट्री का लगातार विरोध जारी है. इसी कड़ी में 17 दिसंबर को हनुमानगढ़ की धान मंडी में महापंचायत बुलाई गई है जिसमें किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचेंगे. दूसरे बड़े किसान नेता भी आएंगे और सभा को संबोधित करेंगे. सभा का मकसद है कि फैक्ट्री को हरगिज यहां नहीं लगने दिया जाएगा.
इससे पहले 10 दिसंबर को फैक्ट्री की दीवारें किसानों ने तोड़ दी थी. वहां आगजनी भी हुई थी. उसके बाद प्रशासन ने कई बार वार्ताएं की, लेकिन कोई भी हल नहीं निकला. आखिरकार किसानों ने एक महापंचायत का ऐलान कर दिया. इस सभा की लगातार तैयारी की जा रही है. प्रशासन भी सभा को लेकर अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. जिले में धारा 163 लगा दी गई है. इंटरनेट सेवाएं 2 दिन के लिए बंद कर दी गई हैं.
किसान कह रहे हैं कि भले ही इंटरनेट बंद हो, रास्ते बंद करें लेकिन महापंचायत सफल बनाएंगे. सैकड़ों की संख्या में यहां किसान जुटेंगे और यहां से एक ही फैसला लेकर जाएंगे कि इथेनॉल फैक्ट्री को हरगिज नहीं लगने दिया जाएगा. इस महापंचायत को लेकर पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन लगातार बैठक कर रहा है. अधिकारियों की मीटिंग ले रहा है.
धान मंडी की तरफ आने वाले रास्तों पर बैरीकेड्स लगा दिए गए हैं. जवानों की तैनाती की जा रही है. दूसरे बड़े वाहन, वज्र वाहन, वाटर कैनन वाहन की तैनाती भी की जा रही है. किसी भी अनहोनी की आशंका में प्रशासन अलर्ट मोड पर है. प्रशासन नहीं चाहता कि 10 दिसंबर की तरह कोई पुनरावृति हो. इसलिए करीब 1000 की संख्या में जवानों को बुलाया गया है. दूसरे जिलों से भी पुलिस के बड़े अधिकारियों को बुलाया गया है. सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं. (देव अंकुर और गुलाम नबी की रिपोर्ट)
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