14 फरवरी को मांगें नहीं मानी तो 25 से शुरू करेंगे दिल्ली मार्च, पंढेर ने सरकार को दी चेतावनी

14 फरवरी को मांगें नहीं मानी तो 25 से शुरू करेंगे दिल्ली मार्च, पंढेर ने सरकार को दी चेतावनी

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा, अगर सरकार 14 फरवरी को होने वाली बैठक में कोई रास्ता नहीं निकालती है तो किसानों का एक समूह 25 फरवरी को दिल्ली के लिए पैदल मार्च फिर से शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि किसान बातचीत करने से कभी नहीं कतराते.

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14 फरवरी को मांगें नहीं मानी तो 25 से शुरू करेंगे दिल्ली मार्च, पंढेर ने सरकार को दी चेतावनीसरवन सिंह पंढेर

किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि 14 फरवरी को सरकार के साथ मीटिंग में अगर बात नहीं बनती है तो 25 फरवरी को किसानों का जत्था दिल्ली कूच पर निकलेगा. 14 फरवरी को संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) (SKM) और किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के प्रतिनिधिमंडल के साथ केंद्र सरकार की चंडीगढ़ में मीटिंग होने वाली है. इससे पहले पंढेर ने कहा कि मीटिंग में अगर किसानों की मांगों का कोई समाधान नहीं निकलता है तो 25 फरवरी से किसानों का एक जत्था दिल्ली मार्च पर निकलेगा.

एसकेएम और केएमएम जैसे दोनों समूह फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानूनी गारंटी सहित अलग-अलग मांगों के समर्थन में शंभू और खनौरी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे हैं. चंडीगढ़ में एक बयान में, पंढेर ने कहा कि किसान नेता 14 फरवरी को चंडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक में हिस्सा लेंगे.

25 फरवरी को दिल्ली मार्च का ऐलान

पंढेर ने कहा, अगर सरकार 14 फरवरी को होने वाली बैठक में कोई रास्ता नहीं निकालती है तो किसानों का एक समूह 25 फरवरी को दिल्ली के लिए पैदल मार्च फिर से शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि किसान बातचीत करने से कभी नहीं कतराते.

इससे पहले 18 जनवरी को कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव प्रिय रंजन के नेतृत्व में केंद्र के एक हाई लेवल कमेटी ने एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम को बातचीत के लिए न्योता दिया. पंढेर ने कहा कि एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम के किसान नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल 12 फरवरी को एकता वार्ता के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बुलाई गई बैठक में शामिल होगा. उन्होंने कहा कि हम सभी किसानों में एकता देखना चाहते हैं.

किसानों की 3 महापंचायत

इस बीच, एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और केएमएम राजस्थान के रतनपुरा (11 फरवरी), खनौरी बॉर्डर (12 फरवरी) और शंभू बॉर्डर (13 फरवरी) पर 'किसान महापंचायत' आयोजित करेंगे. ये बैठकें चल रहे विरोध प्रदर्शन के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही हैं.

संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के बैनर तले किसान पिछले साल 13 फरवरी से पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं. यहां पुलिस फोर्स ने इन किसानों को आगे बढ़ने और दिल्ली में आने से रोक दिया था. इसके बाद किसान बॉर्डर पर बैठ गए और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया.(PTI)

 

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