पंजाब में पराली के साथ सुलगी राजनीति, दिवाली से पहले आग की घटनाओं ने बढ़ाई चिंता

पंजाब में पराली के साथ सुलगी राजनीति, दिवाली से पहले आग की घटनाओं ने बढ़ाई चिंता

पिछले दो दिनों में ही पंजाब में पराली जलाने की 250 से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं और इस सीजन में पराली जलाने की कुल घटनाओं का आंकड़ा 2000 को पार कर गया है. 'इंडिया टुडे' ने जब अमृतसर जिले का दौरा किया, तो रामदास-अजनाला मार्ग पर खुलेआम खेतों में आग लगाई जाती देखी गई. घने अंधेरे में सड़क पर चलते हुए आप खेतों से आग की लपटें उठते हुए देख सकते हैं, क्योंकि कई किसान खुलेआम पराली जला रहे हैं.

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पंजाब में पराली के साथ सुलगी राजनीति, दिवाली से पहले आग की घटनाओं ने बढ़ाई चिंतापंजाब में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ीं

पंजाब में दिवाली से कुछ दिन पहले पराली जलाने की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे पर्यावरण को प्रदूषण का खतरा और बढ़ गया है. पराली जलाने और प्रदूषण को लेकर तमाम बहस और आरोप-प्रत्यारोप के बीच पराली की पूरी स्थिति पर कोई नियंत्रण नहीं है. पंजाब सरकार पराली जलाने में शामिल किसानों के खिलाफ केस दर्ज करने और रेवेन्यू रिकॉर्ड में रेड एंट्री करने समेत दंडात्मक कार्रवाई कर रही है, लेकिन फिर भी पंजाब के कई हिस्सों में पराली जलाने की घटनाएं लगातार जारी हैं. एक तरफ पराली की आग रुकने का नाम नहीं ले रही तो दूसरी ओर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी नहीं रुक रहे. पार्टियां एक दूसरे पर आरोप मढ़ कर मामले को और भी ज्यादा संगीन बना रही हैं.

पिछले दो दिनों में ही पंजाब में पराली जलाने की 250 से ज्यादा घटनाएं सामने आई हैं और इस सीजन में पराली जलाने की कुल घटनाओं का आंकड़ा 2000 को पार कर गया है. 'इंडिया टुडे' ने जब अमृतसर जिले का दौरा किया, तो रामदास-अजनाला मार्ग पर खुलेआम खेतों में आग लगाई जाती देखी गई. घने अंधेरे में सड़क पर चलते हुए आप खेतों से आग की लपटें उठते हुए देख सकते हैं, क्योंकि कई किसान खुलेआम पराली जला रहे हैं.

अब तक 1500 मामले दर्ज

पंजाब पुलिस ने अब तक करीब 1500 मामले दर्ज किए हैं, लेकिन इससे स्थिति नहीं रुक रही है और कटाई का काम बढ़ने के साथ ही स्थिति और भी भयावह होने जा रही है. दूसरी ओर प्रशासन की ओर से दंडात्मक कार्रवाई करने के अलावा पंजाब सरकार किसानों को पराली जलाने से बचने के लिए जागरूर कर रही है, लेकिन पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं के बीच चीजें कारगर होती नहीं दिख रही हैं. 

पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, राज्य में सोमवार को पराली जलाने के 142 मामले सामने आए और 15 सितंबर से अब तक कुल मामले बढ़कर 2157 हो गए हैं. मंगलवार को सबसे ज्यादा प्रभावित संगरूर में 19 मामले सामने आए, पटियाला में 14 मामले सामने आए जबकि तरनतारन में 13 मामले सामने आए.

पराली पर राजनीति तेज

किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों की आलोचना करते हुए कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, "किसान पहले से ही धान खरीद में देरी के कारण पीड़ित हैं और अब ये मामले किसानों को दो बार दंडित करने जैसा है. पराली जलाने से सिर्फ़ 17 प्रतिशत प्रदूषण होता है, तो बाकी 83 प्रतिशत प्रदूषण का क्या होगा." दूसरी ओर, वरिष्ठ बीजेपी नेता हरदीप पुरी ने कहा, "आप दूसरों पर दोष नहीं लगा सकते. उन्हें (AAP सरकार) जिम्मेदारी लेनी होगी."

इस बीच, AAP के मंत्री हरपाल चीमा ने हाल ही में कहा था कि केंद्र पंजाब और उसके किसानों को बदनाम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने और किसानों को इसके खिलाफ तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं. हालांकि राज्य में पराली जलाने के मामलों में कमी आई है, लेकिन दिवाली से पहले पराली जलाने की घटनाएं चिंता का विषय हैं.

पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं

  • पराली जलाने के कुल मामले - 2147
  • 28 अक्टूबर को हुई घटनाएं - 142
  • किसानों के खिलाफ दर्ज कुल एफआईआर - लगभग 1500
  • रेवेन्यू रिकॉर्ड में दर्ज की गई रेड एंट्री - 669 (असीम बस्सी की रिपोर्ट)

 

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