नीतीश कुमार ने 28 जनवरी को 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली. शपथ ग्रहण के सातवें दिन बिहार में मंत्रियों के विभागों का बंटवारा कर दिया गया. उप-मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा को कृषि मंत्री के अलावा आठ अन्य विभागों की जिम्मेदारी मिली है. इसके साथ ही उप- मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को वित्त, पशुपालन एवं मत्स्य संसाधन विभाग के साथ सात अन्य विभागों की जिम्मेदारी दी गई है. वहीं, अब सहकारिता विभाग के मंत्री पूर्व कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार होंगे. जबकि गृह विभाग सीएम नीतीश कुमार ने खुद अपने पास रखा है.
कृषि मंत्री की ज़िम्मेदारी मिलने के साथ ही डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के लिए कई तरह की चुनौतियां भी रहने वाली हैं. क्योंकि विपक्ष में रहने के दौरान उन्होंने ने किसान तक से बातचीत में कृषि रोडमैप सहित राज्य के कृषि व्यवस्था पर कई तरह के सवाल खड़ा किए थे. उस दौरान उन्होंने कहा था कि आज राज्य का कृषि देश में 28 वें नंबर पर पहुंच चुका है. अब कृषि मंत्री बनने के बाद उनके लिए कृषि को 28वें से पहले स्थान पर पहुंचाना भी एक बड़ी चुनौती होगी.
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बिहार की राजनीति में चर्चित चेहरे के रूप में अपनी पहचान रखने वाले विजय सिन्हा लखीसराय सीट से लगातार तीन बार से विधायक हैं. विधायक से विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी संभालने वाले सिन्हा अब उपमुख्यमंत्री के अलावा सूबे की रीड की हड्डी कहा जाने वाला कृषि विभाग की भी जिम्मेदारी संभालेंगे. इसके साथ ही इन्हें आठ अन्य विभागों की ज़िम्मेदारी दी गई है. जिसमें कृषि, गन्ना उद्योग, खान भूतत्व, श्रम संसाधन, कला, संस्कृति एवं युवा, लघु जल संसाधन, पथ निर्माण, राजस्व एवं भूमि सुधार और लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री बनाया गया है.
बिहार की राजनीति में विजय कुमार सिन्हा की अपनी एक अलग पहचान है. राज्य के लखीसराय के रहने वाले 56 वर्षीय विजय सिन्हा अपनी राजनीति सफर के दौरान कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा चुके हैं. साल 2000 में भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) के प्रदेश संगठन के प्रभारी बनने के अलावा 2004 में बीजेपी के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बने. इसके साथ ही वह किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री भी बन चुके है, जिस दौरान उन्होंने किसानों और कृषि से जुड़ी समस्याओं को नजदीक से देखा है. वहीं, 2020 चुनाव के बाद बीजेपी का कोई पहला नेता बिहार विधानसभा का स्पीकर बना वह विजय सिन्हा थे. वहीं अब 2024 में नीतीश कुमार के साथ गठबंधन वाली सरकार में डिप्टी सीएम के अलावा कृषि मंत्री की भी जिम्मेदारी इन्हें मिली है.
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नीतीश कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सहयोग से नौवीं बार मुख्यमंत्री की शपथ बीते महीनें ले चुके है. इनके साथ अन्य आठ लोगों ने भी मंत्री पद की शपथ ली. वहीं तीन फरवरी को मंत्रियों के विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है. जो इस प्रकार है-
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी को वित्त, वाणिज्य, नगर विकास एवं आवास, स्वास्थ्य, खेल विभाग, पंचायती राज, उद्योग, पशु एवं मत्स्य संसाधन और विधि विभाग का मंत्री बनाया गया है.
भाजपा के वरीय नेता डॉ. प्रेम कुमार को सहकारिता, पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण,पर्यटन विभाग, आपदा प्रबंधन, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री बनाया गया है.
विजय कुमार चौधरी जो कभी महागठबंधन सरकार में वित्त मंत्री के पद पर कार्य कर चुके है. उन्हें एनडीए गठबंधन में जल संसाधन, संसदीय कार्य, भवन निर्माण, परिवहन, शिक्षा और सूचना एवं जन-संपर्क मंत्री बनाया गया है.
एनडीए के सहयोगी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन को सूचना प्रावैधिकी और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है.
जदयू के श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास, समाज कल्याण और खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग का मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है.
महागठबंधन सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे बिजेंद्र कुमार यादव के पास एनडीए गठबंधन की सरकार में ऊर्जा विभाग की जिम्मेदारी मिली है. इसके अलावा उन्हें योजना एवं विकास, मद्य निषेध, उत्पाद, एवं निबंधन, ग्रामीण कार्य और अल्पसंख्यक विभाग का मंत्री बनाया गया है.
निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह को विज्ञान, प्रावैधिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग का मंत्री बनाया गया है.
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