लोकसभा में सुरक्षा चूक मामले को लेकर हंगामा करने वाले लोकसभा के 49 सांसदों को संसद के शीतकालीन सत्र से आज मंगलवार को सस्पेंड कर दिया गया है. इनमें सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, शशि थरूर, डिंपल यादव, फारूख अब्दुल्ला समेत कई बड़े नाम शामिल हैं. कल से अब तक दोनों सदनों के कुल 141 सांसद सस्पेंड किए गए हैं. निलंबन के बाद अब राज्यसभा में विपक्ष की ताकत आधी रह गई है, जबकि लोकसभा में विपक्ष के केवल 38 सांसद बचे हैं.
लोकसभा में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि सदन के अंदर तख्तियां नहीं लाने का निर्णय लिया गया. हाल के चुनाव हारने के बाद हताशा के कारण वे ऐसे कदम उठा रहे हैं. यही कारण है कि हम सांसदों को निलंबित करने का एक प्रस्ताव ला रहे हैं. लोकसभा में केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, फारूख अब्दुल्ला, शशि थरूर, मोहम्मद फैसल, कार्ति चिदंबरम, सुदीप बंधोपाध्याय, डिंपल यादव और दानिश अली सहित अन्य विपक्षी सांसदों को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा.
लोकसभा के स्पीकर ओम बिड़ला ने सदन में हंगामा करने पर आज मंगलवार को 49 सांसदों को लोकसभा के शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया है. लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. बता दें कि शीतकालीन सत्र शुक्रवार 22 दिसंबर तक चलना है.
बता दें कि बीते दिन सोमवार को राज्यसभा के कुल 45 सांसदों को सस्पेंड किया गया था. इनमें से 11 सांसदों को प्रिवलेज कमेटी की रिपोर्ट आने तक के लिए सस्पेंड किया गया है. वहीं, 33 लोकसभा के सांसदों को भी निलंबित किया गया था. जबकि, उससे पहले 14 दिसंबर को भी 14 सांसदों को सस्पेंड किया गया था, जिसमें 13 सांसद लोकसभा के थे और 1 सांसद राज्यसभा का था.
इसके बाद दोनों सदनों से निलंबित कुल सांसदों की संख्या 92 हो गई थी. अब आज मंगलवार को लोकसभा के 49 सासंदों को निलंबित किया गया है, जिसके बाद दोनों सदनों से निलंबित होने वाले सांसदों की संख्या बढ़कर 141 हो गई है. 14 दिसंबर से अब तक सस्पेंड हुए दोनों सदनों के कुल सांसदों में 95 सदस्य लोकसभा के हैं और 46 सदस्य राज्यसभा के हैं.
लोकसभा में कुल 543 सीटें हैं और राज्यसभा में मनोनीत सदस्यों को मिलाकर 245 सदस्य हैं. लोकसभा में सत्ताधारी एनडीए गठबंधन के पास 323 सीटें हैं. जबकि, विपक्ष के पास 138 सदस्य हैं. इसी तरह राज्यसभा में एनडीए के पास 109 सदस्य हैं और विपक्ष के पास 129 सदस्य हैं. दोनों सदनों में कुछ सीटें खाली हैं तो कुछ सीटें अन्य दलों के पास भी हैं, जो किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं हैं.
दोनों सदनों में विपक्षी गठबंधन के पास कुल 228 सांसद हैं. इनमें से राज्यसभा में विपक्ष के पास 95 और लोकसभा में 133 सांसद हैं. सांसदों के निलंबन के बाद राज्य सभा में विपक्ष के 49 सांसद बचे हैं. जबकि, लोकसभा से 95 सांसदों के निलंबन के बाद विपक्ष के केवल 38 सांसद बचे हैं.
लोकसभा से 40 से ज्यादा सांसदों के निलंबन पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि "यह स्पष्ट है कि वे विपक्ष-मुक्त लोकसभा चाहते हैं और वे राज्यसभा में भी कुछ ऐसा ही करेंगे. आज, अपने सहयोगियों के साथ एकजुटता दिखाते हुए, मैं भी विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ लेकिन जो भी उपस्थित थे उन्हें शेष सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है, जिसका अर्थ है कि वे बिना किसी चर्चा के अपने विधेयकों को पारित करना चाहते हैं. मुझे लगता है कि यह संसदीय लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है."
विपक्षी सांसदों निलंबन पर सपा सांसद डिंपल यादव ने कहा कि यह लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है. जो वातावरण हम देख रहे हैं, जहां हम संसद में अपनी बात नहीं रख पा रहे हैं वह सरकार की पूरी विफलता को दर्शाता है."
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