'एक अनार और सौ बीमार' की कहावत तो आपने सुनी हुई होगी. ये कहावत अनार के गुणों और इसकी मांग समेत लोकप्रियता के लिए जानी जाती है. असल में अनार में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं.
इन्हीं वजहों से बाजारों में अनार की मांग सालों भर बनी रहती है. लेकिन सोचिए अगर सुबह उठते ही अपने गार्डन में लगे अनार के पेड़ से ताजा फल तोड़कर बिना बाजार जाए, बिना मिलावट के अनार खाएं तो ये सपने जैसा लगता है ना?
लेकिन ये सपना आप आसानी से हकीकत में बदल सकते हैं, क्योंकि इसे घर के गमले में उगाना बेहद आसान है. बस आपको जाननी है सही तकनीक, सही मौसम और थोड़ी देखभाल के ट्रिक्स.
अनार का पौधा लगाने का सबसे उपयुक्त समय जुलाई से सितंबर तक होता है. इन महीनों में मिट्टी में नमी बनी रहती है और मौसम न ज्यादा गर्म होता है न ठंडा. इससे पौधे को जड़ें जमाने में आसानी होती है और पौधा जल्दी पनपता है.
अगर आपके पास जगह की कमी है तो अनार का पौधा बड़े गमले में भी लगाया जा सकता है. इसके लिए मिट्टी में गोबर की खाद, बालू को बराबर मात्रा में मिलाएं. फिर गमले में पौधे को लगा दें. पौधा लगाने के बाद उसे ऐसी जगह रखें जहां कम से कम 6 घंटे धूप आती हो.
अगर आप अनार का पौधा जमीन में लगा रहे हैं तो ऐसी जगह चुनें जहां धूप भरपूर आती हो और पानी जमा न होता. एक गड्ढा खोदें, उसमें अच्छी मिट्टी और खाद भरें, फिर पौधा लगाकर हल्के हाथों से दबाएं.
अगर पौधे की सही देखभाल की जाए कुछ समय बाद सूखी टहनियों को काट दें. इसके अलावा कीटों से सुरक्षा और पर्याप्त धूप देना भी जरूरी होता है. इन बातों का ध्यान रखने से फल जल्दी आते हैं.
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