
दुनिया में एक ऐसा पेड़ है, जो एक हजार या इससे ज्यादा साल तक फल देता है यानी इंसानों की कई पीढ़ियों को इसका फायदा मिलता रहता है. यह पेड़ है- जैतून का पेड़ (Olive Tree). ‘किसान तक’ की फैक्ट ऑफ द डे स्टोरी में जानिए इसकी खासियत और रोचक तथ्य….

जैतून को दुनिया के सबसे ज्यादा उम्र वाले पेड़ों में गिना जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार, जैतून का पेड़ 1000 साल और इससे ज्यादा समय तक जीवित रह सकता है और लगातार फल भी देता है. ग्रीस, इजरायल और इटली जैसे देशों में आज भी 1500 से 2000 साल पुराने जैतून के पेड़ मौजूद हैं, जिन पर फल लगते हैं. यही वजह है कि इसे ‘लाइफ टाइम ट्री’ भी कहा जाता है. (Photo- AI Generated)

भारत में भी अब जैतून की खेती होने लगी है, हालांकि इसे अभी बहुत ज्यादा समय नहीं हुआ है, लेकिन राजस्थान जैसे राज्यों में यह चमत्कारिक फसल किसानों के लिए वरदान बन रही है. रेतीली जमीन पर भी जैतून की खेती खूब सफल हो रही है. (Photo- AI Generated)

विशेषज्ञों के मुताबिक, एक बार जैतून का पौधा लगाने के बाद करीब 4 साल में इससे फल मिलना शुरू हो जाते हैं. यह पेड़ भारत में भी लगभग 100 साल या तक उत्पादन देता रहता है. यानी किसान कई पीढ़ियों तक इससे कमाई कर सकते हैं. (Photo- AI Generated)

जैतून का फल अंडे जैसे आकार का होता है. इसे प्रोसेस करके जैतून का तेल, टेबल ऑलिव और कई तरह के प्रॉडक्ट बनाए जाते हैं. जैतून तेल दुनिया के सबसे प्रीमियम फूड ऑयल में गिना जाता है, क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल बहुत कम होता है. इसे खाना बनाने, दवाइयों, ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और यहां तक कि जैतून पत्ती की चाय में भी इस्तेमाल किया जाता है. यही वजह है कि इसकी बाजार में हमेशा मांग रहती है.

भारत में जैतून की कई उन्नत किस्में लगाई जाती हैं. इनमें कोराटीना, कोरोनिकी, बरनिया, अर्बेक्विना और एथिनोलिया मुख्य हैं. इन किस्मों की खासियत यह है कि इनमें तेल की मात्रा अच्छी मिलती है और पौधे जल्दी बढ़ते हैं. एक पौधा अपनी किस्म के हिसाब से 7 किलो से 25 किलो तक फल दे सकता है. वहीं, एक किलो फल से 7-15 प्रतिशत तक तेल निकल आता है.

राजस्थान के विशेषज्ञों के अनुसार, एक हेक्टेयर में 1200 से ज्यादा पौधे लगाए जाते हैं. शुरुआत में सिंचाई और पौधों की देखरेख पर खर्च आता है, लेकिन चौथे साल के बाद जब पेड़ फल देने लगते हैं तो मुनाफा तेजी से बढ़ जाता है.

जैतून का तेल बाजार में महंगे दाम पर बिकता है. अगर किसान तेल निकालकर बेचें तो मुनाफा और बढ़ जाता है. जैतून की पत्तियां भी चाय बनाने में बिकती हैं, जिससे किसानों को अतिरिक्त आय हो सकती है. यानी एक बार खेती शुरू कर दी तो जैतून किसान को साल-दर-साल फायदा देता रहता है.
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