महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस (फाइल फोटो)महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को प्रहार जनशक्ति पार्टी (पीजेपी) के नेता बच्चू कडू से अपील की है कि वे आंदोलन करने के बजाय सरकार के साथ किसानों के मुद्दों पर चर्चा करें, क्योंकि इससे जनता को असुविधा होगी और जिसका "निहित स्वार्थों" द्वारा फायदा उठाया जा सकता है. फडणवीस पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात कर रहे थे. इससे एक दिन पहले राज्य के पूर्व मंत्री कडू ने नागपुर में ट्रैक्टर रैली का नेतृत्व किया था, जिसमें उन्होंने किसानों के लिए पूर्ण ऋण माफी और कई अन्य मांगें रखी थीं.
बच्चू कडू के नेतृत्व में हजारों किसानों और पीजेपी कार्यकर्ताओं का ट्रैक्टर मार्च सोमवार को अमरावती जिले के चंदुरबाजार से शुरू हुआ और मंगलवार शाम नागपुर पहुंचने से पहले वर्धा में रुका. कडू ने बुधवार को कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगों पर फैसला नहीं ले लेती, तब तक आंदोलन नहीं रुकेगा. कडू ने कहा कि उन्हें मुंबई बुलाने के बजाय, मुख्यमंत्री को उनसे नागपुर में बातचीत करनी चाहिए. नागपुर-वर्धा रोड पर भारी यातायात जाम देखा गया, जहां जामथा फ्लाईओवर के पास आंदोलन चल रहा था.
सीएम फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के मुद्दों के प्रति सकारात्मक रुख अपनाया है. उन्होंने कहा कि आंदोलन से पहले, हमने एक बैठक बुलाई थी और आश्वासन दिया था कि बातचीत के जरिए संभावित समाधान निकाला जा सकता है. बच्चू कडू ने शुरुआत में सहमति जताई थी, लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि वह बैठक में शामिल नहीं हो पाएंगे, जिसके कारण बैठक रद्द कर दी गई. फडणवीस ने बताया कि राज्य मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने भी कडू से संपर्क किया है और सरकार की मांगों पर चर्चा करने की इच्छा जताई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने (कडू) कई ऐसे मुद्दे उठाए हैं जिनका समाधान आंदोलन से नहीं हो सकता. बातचीत के बाद ही कोई रोडमैप तैयार किया जा सकता है. इसलिए हमने उन्हें फिर से मुलाकात के लिए आमंत्रित किया है.
कडू से विरोध प्रदर्शन न करने की अपील करते हुए, फडणवीस ने कहा कि सड़क जाम से मरीजों सहित आम जनता को परेशानी हो रही है. उन्होंने कहा कि मेरी उनसे अपील है कि वे व्यवधान पैदा करने के बजाय हमसे बात करने आएं. ऐसे आंदोलनों में, निहित स्वार्थ वाले तत्व कभी-कभी घुसपैठ कर हिंसा फैलाते हैं, इसलिए हमें सतर्क रहना चाहिए. सरकार 'रेल रोको' जैसे विरोध प्रदर्शनों की अनुमति नहीं देगी. किसानों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर ज़ोर देते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने पहले ही किसानों के लिए 32,000 करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा कर दी है. कर्ज माफी की मांग पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे पर विचार के लिए पहले ही एक समिति गठित कर दी है. फिलहाल हमारी प्राथमिकता भारी बारिश के कारण नुकसान झेलने वाले किसानों की मदद करना है. हमने कभी नहीं कहा कि हम कृषि कर्ज माफी के खिलाफ हैं. सीएम फडणवीस ने कहा कि सरकार किसानों से जुड़े हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है.
बता दें कि हज़ारों लोग, जिनमें किसान और कडू की पार्टी के कार्यकर्ता भी शामिल हैं, नागपुर में डटे हुए हैं और 'महा एल्गार' मोर्चा निकाल रहे हैं. साथ ही पूरी तरह से कृषि ऋण माफ़ी की मांग कर रहे हैं. बुधवार को आंदोलन स्थल पर पत्रकारों से बात करते हुए, कडू ने कहा कि सरकार उनसे बातचीत के लिए मुंबई आने का अनुरोध कर रही है. उन्होंने कहा कि मैं चाहता हूं कि मुख्यमंत्री बातचीत के लिए नागपुर आएं. कडू ने कहा कि पिछले आठ महीनों से वे पूर्ण कृषि ऋण माफ़ी, किसानों की उपज के लिए उचित एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की मांग कर रहे हैं और उन्होंने दिव्यांगों और मछुआरों की विभिन्न मांगें भी रखी हैं. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों पर फैसला नहीं ले लेती, तब तक आंदोलन नहीं रुकेगा. कडू ने कहा कि वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों से भी मिलेंगे. (सोर्स- PTI)
ये भी पढ़ें-
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today