नासिक से एक और 'प्याज एक्सप्रेस' पहुंची दिल्ली, अगले दो दिनों में अगली खेप आने की उम्मीद

नासिक से एक और 'प्याज एक्सप्रेस' पहुंची दिल्ली, अगले दो दिनों में अगली खेप आने की उम्मीद

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि नासिक से एक विशेष मालगाड़ी के जरिए लगभग 1,341 टन प्याज दिल्ली पहुंचा. इन प्याजों को खेतों से सीधे नजदीकी रेलवे नेटवर्क पर ले जाया गया, जिससे ढुलाई का समय और लागत कम हुई.

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नासिक से एक और 'प्याज एक्सप्रेस' पहुंची दिल्ली, अगले दो दिनों में अगली खेप आने की उम्मीदप्याज एक्सप्रेस पहुंची दिल्ली

पिछले कुछ दिनों से प्याज की कीमतों में भारी उछाल हुआ है. दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत और साउथ के कई शहरों में प्याज की कीमत आसमान छूने को तैयार है. इस वजह से आम लोगों की रसोई का बजट बिगड़ गया है. इसी बजट को कंट्रोल करने के लिए सरकार की ओर से ट्रेन से एक और प्याज की खेप दिल्ली पहुंची है. इसके अलावा अगले दो दिनों में एक खेप आने की उम्मीद है. इससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्याज की कीमतों पर लगाम लगने की संभावना है.

एक और प्याज एक्सप्रेस पहुंची दिल्ली

उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय ने बताया कि नासिक से एक विशेष मालगाड़ी के जरिए लगभग 1,341 टन प्याज दिल्ली पहुंचा. इन प्याजों को खेतों से सीधे नजदीकी रेलवे नेटवर्क पर ले जाया गया, जिससे परिवहन का समय और लागत कम हुई. उन्होंने कहा कि इससे किसानों को फायदा हो रहा है. साथ ही, रेलवे के प्रवक्ता ने कहा कि इतने बड़े पैमाने पर प्याज की उपलब्धता लोगों के लिए भी फ़ायदेमंद होगी. प्याज ने लोगों की आंखों में आंसू ला दिए हैं, क्योंकि कई शहरों के बाजारों में प्याज की कीमतें 60 से 70 रुपये तक मिल रहा है, जिससे ग्राहक परेशान हैं.

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अगले दो दिनों में आएगी अगली खेप 

उन्होंने ANI को बताया कि इतनी ही मात्रा की एक और प्याज एक्सप्रेस तैयार है और अगले दो दिनों में दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. इससे पहले लोगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए ऐसी प्याज एक्सप्रेस ट्रेनें गुवाहाटी और चेन्नई भी पहुंच चुकी हैं. वहीं, भारत सरकार ने प्याज के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले सितंबर में प्याज पर लगाए गए न्यूनतम निर्यात मूल्य को हटा दिया है. शुरुआत में, भारत सरकार ने दिसंबर 2023 की शुरुआत में मार्च 2024 तक प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था.

सरकार बफर स्टॉक में रखती है प्याज 

अप्रैल-जून के दौरान काटी गई रबी प्याज की फसल भारत के प्याज उत्पादन का 65 प्रतिशत थी. वहीं, अक्टूबर-नवंबर में खरीफ फसल की कटाई तक लोगों की मांग को रबी प्याज से पूरा किया जा रहा है. साथ ही सरकार और उसकी एजेंसियां किसी भी आपात स्थिति से निपटने और कम आपूर्ति और मौसम में बदलाव के कारण कीमतों में बढ़ोतरी होने पर दाम को स्थिर रखने के लिए बफर स्टॉक में प्याज रखती हैं.

पहले भी आ चुकी है प्याज की कई खेप

बता दें कि इससे पहले 14 नवंबर को भी रेल रैक से दिल्ली प्याज की खेप भेजी गई थी. इस खेप में 730 टन की प्याज की खेप दिल्ली पहुंची थी. इसके अलावा पिछले कुछ हफ्तों में दिल्ली, चेन्नई और गुवाहाटी को रेल रैक के ज़रिए लगभग 4,850 टन प्याज की आपूर्ति की गई है. इस खेप के पहुंचने के बाद दाम में कमी आने की संभावना जताई गई है. (ANI)

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