North East Monsoon: दक्षिण भारत के हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों में उत्तर पूर्वी मॉनसून की शुरुआत, तेज होगी बारिश

North East Monsoon: दक्षिण भारत के हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों में उत्तर पूर्वी मॉनसून की शुरुआत, तेज होगी बारिश

दक्षिण- पश्चिम मॉनसून अरब सागर में लक्षद्वीप और भारत के पश्चिमी तट से दूर यह कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसके अलावा उम्मीद जतायी जा रही है कि बंगाल की खाड़ी में में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. अनुमान लगाया जा रहा है कि शनिवार को इसकी शुरुआत होगी और सोमवार को आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों तक पहुंच जाएगा. 

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North East Monsoon:  दक्षिण भारत के हिस्सों में अगले दो-तीन दिनों में उत्तर पूर्वी मॉनसून की शुरुआत, तेज होगी बारिशतेज हवा और बारिश सांकेतिक तस्वीर

देश में दक्षिण-पश्चिम मॉनसून की विदाई के बाद अब उत्तर पूर्वी मॉनसून की शुरूआत होने वाली है. गुरुवार को पूरे देश से मॉनसून की विदाई के बाद अब उत्तर पूर्वी मॉनसून के लिए रास्ता साफ हो गया है. इसके बाद अब पूरे भारतीय दक्षिणी प्रायदीप में उत्तर पूर्वी मॉनसून का विस्तार हो चुका है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बताया कि अगले तीन दिनों के अंदर शीतकालीन मॉनसून की शुरुआत हो जाएगी. हालांकि आईएमडी ने यह भी कहा है कि शुरुआत में बारिश कम ही होगी क्योंकि जोरदार बारिश होने के लिए ऐसा कोई सिस्टम सक्रिय नहीं दिखाई दे रहा है. पर इन सबसे बीच बंगाल की खाड़ी में एक डिप्रेशन बनताहुआ दिखाई दे रहा है, पर इसका बारिश पर कोई खास असर नहीं होगा.

इधर अरब सागर में एक डिप्रेशन अलर्ट बना हुआ है और उत्तर पश्चिम अरब सागर में एक कम दबाव का क्षेत्र बनता हुआ दिखाई दे रहा है. जो सक्रिय होता हुआ दिख रहा है. दक्षिण- पश्चिम मॉनसून अरब सागर में लक्षद्वीप और भारत के पश्चिमी तट से दूर यह कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है. इसके अलावा उम्मीद जतायी जा रही है कि बंगाल की खाड़ी में में भी एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है. अनुमान लगाया जा रहा है कि शनिवार को इसकी शुरुआत होगी और सोमवार को आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों तक पहुंच जाएगा. 

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दोहरा सिस्टम बनने के बाद भी नहीं दिख रहा फायदा

सामान्य तौर पर अच्छी और स्थायी बारिश के लिए जिस सिस्टम की जरूरत होती है वह अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में  सक्रिय हो रहा है. इस बार इसकी संभावना नहीं दिखाई दे रही हैं. क्योंकि उनकी दिशा कहीं और है और उत्तर पूर्वी मानसून के लिए सार्थक परिणाम देने के लिए अन्य दिशा में जा रहे हैं. आईएमडी की तरफ से यह भी संभावना जतायी जा रही है कि इस महीने के अंत तक उत्तर पूर्वी मॉनसून की हवाएं कमजोर ही रहेंगी. यह भी कह गया है कि अगले मंगलवार तक दक्षिणी प्रायद्वीप में जोरदार बारिश होने के कोई आसार नहीं दिखाई दे रहे हैं. इस दौरान केरल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाके में कहीं-कहीं पर बूंदा-बांदी या हल्की बारिश हो सकती है. 

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नवंबर में होगी सामान्य बारिश

वैश्विक ग्लोबल मॉडल के मुताबिक यह संभावना जतायी जा रही है कि  नवंबर के पहले सप्ताह में केरल और दक्षिणी तमिलनाडु के सटे इलाकों में     सामान्य बारिश हो सकती है. साउथ कोरियन मॉडल के तहत  अपने शॉर्ट टर्म गाइडेंस में आईएमडी कहा है कि केरल और तमिलनाडु में अच्छी बारिश हो सकती है. जबकि तमिलनाडु, कर्नाटक, रायलसीमा, तेंलागान औऱ आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों में सामान्य या इससे अधिक बारिश हो सकती है. साउथ कोरियन मॉडल के अनुसार दिसंबर महीने में दक्षिणी प्रायद्वीप में सामान्य या उससे अधिक बारिश हो सकती है. वहीं उत्तर पश्चिम भारत में अधिक बारिश होने का अनुमान लगाया जा रहा है. 

 

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