
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की पहचान खास तौर पर लीची के लिए होती है. जिले में बेहतर क्वालिटी वाले लीची का उत्पादन किया जाता है. लेकिन अब लीची के साथ-साथ आम के लिए भी इसकी पहचान होने लगी है. यहां के किसान अब सिर्फ देशी ही नहीं विदेशी किस्मों के आम की भी सफलतापूर्वक खेती कर रहे हैं और अच्छा उत्पादन पा रहे हैं. मुजफ्फरपुर के एक किसान राम किशोर सिंह ने अपने बागान में मियाजाकी समेत अमेरिकन ब्यूटी, रेड ऑयल, काटी मून समेत 10 से अधिक विदेशी किस्मों के आम के पौधे लगाए हैं जो अब फल देने लगे हैं. इन फलों को देखने के लिए उनके पास दूर-दूर से किसान आ रहे हैं. किसान उनसे इन विदेशी किस्मों के आम के पौधे भी खरीद रहे हैं.
मियाजाकी आम की गिनती दुनिया में सबसे महंगे आमों में होती है. इस आम ने मुजफ्फरपुर के किसान राम किशोर की किस्मत बदल दी है. अब जिले के कई और किसान हैं जो इन विदेशी किस्मों के आम की खेती करने के लिए उनसे पौधे की खरीदारी कर रहे हैं. राम किशोर ने ग्रीन शेड लगाकर इसके पौधे भी लगाए हैं. उन्होंने अपने आम की रखवाली करने के लिए बागान में गार्ड की भी तैनाती की है. आम के पौधों की खरीदारी करने के लिए सिर्फ मुजफ्फरपुर ही नहीं बल्कि दूसरे जिले के भी किसान आ रहे हैं. किसान मियाजाकी के पौधों के अलावा अमेरिकन ब्यूटी, रेड ऑयल जैसे विदेशी किस्मों के आम के पौधे खरीद रहे हैं.
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रामकिशोर सिंह ने बताया कि उन्होंने कोलकाता से मियाजाकी आम के 10 पौधे लाए थे. जिनमें से चार पेड़ जीवित है और अब उनमें से फल आना शुरू हो गया है. उन्होंने बताया कि मियाजाकी आम की कीमत दो लाख 70 हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक होती है. यह अपनी कीमत के लिए जानी जाती है. वहीं अमेरिकन ब्यूटी आम शुगर फ्री होता है. यह चार हजार रुपये प्रति किलो तक बिकता है. रेड ऑयल आम का आकार बड़ा होता है. इसके एक आम का वजन 600 ग्राम तक होता है. इसका स्वाद भी काफी बेहतर होता है और कीमत एक हजार रुपये प्रति किलोग्राम तक है. काटी मून जिसका पेड़ काफी छोटा होता है और फल काफी बड़ा आधा किलो से लेकर 700 ग्राम तक का आम होता है.
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रामकिशोर कहते हैं कि उन्होंने विदेशी आम के किस्मों के आम लगाने की शुरुआत अमेरिकन ब्यूटी आम से की थी. इसके बाद वो नई किस्मों को बढ़ाते गए. आज उनके पास कई किस्मों के आम हैं. अमेरिकन ब्यूटी और रेड रॉयल काटी मून का तो बाग ही तैयार हो गया है. अब मदर प्लांट से वो पेड़ बनाकर दूसरे किसानों को भी दे रहे हैं. उनके बगान में मियाजाकी आम पहली बार फला है. उन्होंने कहा कि किसान अगर अमेरिकन ब्यूटी, रेड रॉयल और काटी मून के किस्मों की अगर खेती करते हैं तो कम लागत और कम जगह में अच्छी आमदनी हो जाएगी. एक कट्ठा जमीन में अमेरिकन ब्यूटी किस्म के 20 पौधे लगाए जा सकते हैं.
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