Pomegranate: महाराष्ट्र में अनार चोरी से किसान बेहाल, सोलापुर–पुणे में लाखों की फसल साफ

Pomegranate: महाराष्ट्र में अनार चोरी से किसान बेहाल, सोलापुर–पुणे में लाखों की फसल साफ

सोलापुर और पुणे के अनार किसानों पर मुसीबत बढ़ गई है. बागों में बड़े पैमाने पर अनार चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं, जिससे किसानों को लाखों का नुकसान हो रहा है. कई किसानों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन जांच में धीमी प्रगति से किसान नाराज हैं और सरकार से सुरक्षा और मुआवजे की मांग कर रहे हैं.

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महाराष्ट्र में अनार चोरी से किसान बेहाल, सोलापुर–पुणे में लाखों की फसल साफमहाराष्ट्र में अनार चोरी से किसान परेशान

महाराष्ट्र के कुछ इलाकों के लिए किसानों के सामने नई मुसीबत आ गई है. खासकर सोलापुर और पुणे के क्षेत्रे में. यहां के अनार किसान परेशान हैं क्योंकि उनके बाग में पेड़ों पर से फल गायब हो रहे हैं. फल इसलिए गायब नहीं हो रहे कि कोई रहस्यमयी घटना है, बल्कि फलों की बड़े पैमाने पर चोरी हो रही है. इससे कई किसान परेशान हैं और सरकार से इस मुसीबत से छुटकारा दिलाने की मांग की है. 

ऐसे ही एक किसान हैं अल्ताफ मुल्ला. मुल्ला के लिए, जुलाई में महाराष्ट्र के सोलापुर में उनके खेत से तीन टन भगवा अनार चोरी हो गए, जो सिर्फ फसल का नुकसान नहीं था, बल्कि यह बचत और उनके परिवार की मेहनत का नुकसान था. जब वह किडनी की बीमारी से ठीक हो रहे थे, तब उन्होंने इस कीमती फल की खेती की थी ताकि आगे चलकर भरपूर कमाई हो सके.

बाग से लाखों का फल चोरी

सोलापुर के अलावा, पुणे जिले के शिरुर और सोलापुर के संगोला के किसानों ने लाखों के इस कीमती फल की चोरी की रिपोर्ट की है, जो अब चोरों का निशाना बन रहा है.

पतले छिलके वाला यह लाल-नारंगी फल, जिसके रूबी रंग के बीज कई अलग-अलग खांचे (पतती झिल्ली के रूप में) में होते हैं, 100 रुपये प्रति किलो तक बिकता है. फल जब इतना महंगा बिकता हो तो किसान भला क्यों न परेशान होगा.

महाराष्ट्र के अनार बेल्ट में किसानों के यहां बड़ी संख्या में चोरियां हुई हैं, जिसमें सोलापुर, नासिक, सांगली, अहमदनगर, पुणे और सतारा शामिल हैं. संगोला में, 39 साल के मुल्ला ने कहा कि जुलाई की एक सुबह जब वह जागे तो उन्हें बड़ा झटका लगा, जब उन्होंने देखा कि उनके बगीचे से 4 लाख रुपये के बाजार के लिए तैयार अनार गायब हैं.

4 लाख रुपये का अनार चोरी

'पीटीआई' से बात करते हुए, किसान मुल्ला ने याद किया कि तीन टन भगवा किस्म के अनार, जो कटाई के लिए तैयार थे, उन्हें जल्दी से तोड़कर उनके बाग से चुरा लिया गया.

उन्होंने कहा, "इस घटना से उन्हें बहुत बड़ा झटका लगा है, क्योंकि पूरी फसल, जिसकी कीमत लगभग 4 लाख रुपये थी, बाजार के लिए तैयार थी. मेरी पत्नी और बच्चों ने मुश्किल समय में इसकी खेती की, जब मैं किडनी स्टोन की सर्जरी करवा रहा था."

शिरूर तहसील के शिंदोडी गांव के किसान शाहजी वालुंज की भी ऐसी ही कहानी है.

वालुंज ने कहा, “मैंने 2.5 एकड़ में अनार की खेती की थी. फसल कटाई के लिए तैयार थी और उसे बाजार में एक व्यापारी को 100 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बेचा जाना था. लेकिन 2 जुलाई की सुबह, मुझे पता चला कि पेड़ों से लगभग 4,500 kg अनार, जिसकी कीमत 4.5 लाख रुपये थी, अनजान लोगों ने चुरा लिए थे.”

उन्होंने कहा कि बाद में उन्होंने शिरुर पुलिस स्टेशन में केस दर्ज कराया.

उन्होंने कहा, “अभी तक जांच में कोई तरक्की नहीं हुई है. इलाके के किसान, जो पहले से ही तेंदुए के हमलों से डरे हुए हैं, अब ऐसे चोरों पर नजर रखने का भी काम कर रहे हैं जो घात लगाए बैठे हैं.”

सरकार से मुआवजे का इंतजार

50 साल के किसान ने कहा कि चोरी से पहले उन्होंने लगभग 250 पेड़ों की फसल झारखंड के एक व्यापारी को बेची थी और अब उन्हें नुकसान हो रहा है. उन्होंने बताया कि उन्हें सरकार से कोई मुआवजा नहीं मिला है.

शिरुर पुलिस के मुताबिक, वालुंज ने शिकायत दर्ज कराई कि उनके तीन एकड़ के बगीचे से 4,500 kg अनार चोरी हो गया है.

उसी महीने एक और किसान ने भी ऐसी ही चोरी की रिपोर्ट की थी, जिसने दावा किया था कि किसी ने उसके खेत से सैकड़ों किलोग्राम अनार चुरा लिए हैं.

चोरी के बाद, शिरुर पुलिस ने एक स्पेशल टीम बनाई और जुलाई में एक आरोपी को पकड़ने में कामयाब रही.

इस बीच, मुल्ला ने कन्फर्म किया कि उसने भी संगोला पुलिस स्टेशन में चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पांच महीने बाद भी जांच में कोई प्रोग्रेस नहीं हुई है.

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