Maharashtra: खेत में जाने के लिए रास्ता नहीं, हिंगोली के किसानों ने DM से की हेलिकॉप्टर की मांग

Maharashtra: खेत में जाने के लिए रास्ता नहीं, हिंगोली के किसानों ने DM से की हेलिकॉप्टर की मांग

कलगांव के किसानों और ग्रामीणों को हर साल बरसात में इस समस्या का सामना करना पड़ता है. इससे तंग आकर गांव के किसानों ने जिला प्रशासन से हेलिकॉप्टर की मांग कर डाली है. उन्होंने इसके लिए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा है जिसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें खेत जाने में और उनके बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है. इसलिए उनके लिए एक हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराया जाए.

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Maharashtra: खेत में जाने के लिए रास्ता नहीं, हिंगोली के किसानों ने DM से की हेलिकॉप्टर की मांगकलगांव के किसान

महाराष्ट्र के हिगोंली जिले के किसानों ने अपनी समस्या का समाधान पाने के लिए जिला अधिकारी से एक अनोखी मांग की है. मांग ऐसी है जिसे सुनकर आप भी चौंक सकते हैं. कोई भी व्यक्ति किसानों से ऐसी मांग की उम्मीद नहीं कर सकता है. किसान जब भी मांग करते हैं तो फसलों के लिए एमएसपी, सिंचाई की सुविधा खाद और बीज की मांग करते हैं. लेकिन यहां तो किसानों ने इससे हटकर ऐसी मांग कर दी है कि प्रशासन को भी सोचना पड़ रहा है. दरअसल, कलगांव के किसानों को बारिश के मौसम में अपने खेत में जाने और किसानों के बच्चों को स्कूल जाने में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है, क्योंकि वहां अच्छी सड़क का अभाव है. 

कलगांव के किसानों और ग्रामीणों को हर साल बरसात में इस समस्या का सामना करना पड़ता है. इससे तंग आकर गांव के किसानों ने जिला प्रशासन से हेलिकॉप्टर की मांग कर डाली है. उन्होंने इसके लिए जिलाधिकारी को एक ज्ञापन भी सौंपा हैं जिसमें उन्होंने लिखा है कि उन्हें खेत में जाने और उनके बच्चों को स्कूल जाने में परेशानी होती है. इसलिए उनके लिए एक हेलिकॉप्टर उपलब्ध कराया जाए और नहीं तो उनके गांव की सड़क को दुरुस्त किया जाए. दरअसल, महाराष्ट्र में इस तरह का यह पहला मामला है जहां किसानों ने अपने और अपने बच्चों के लिए इस तरह की मांग रखी है. 

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स्कूल नहीं जा पाते हैं बच्चे

किसानों ने बताया कि कलगांव से एक रास्ता भाड़ेगांव तक जाता है. कलगांव के लोग खेत जाने से लेकर अपने बच्चों को स्कूल भेजने जैसे दैनिक कार्यों के लिए इसी सड़क का इस्तेमाल करते हैं. सड़क की हालत बेहद जर्जर है. इसके कारण अगर गांव में कोई व्यक्ति या जानवर बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल ले जाना बड़ा मुश्किल काम होता है. बारिश के दिनों में सड़क की स्थिति और दयनीय हो जाती है. सड़क पर चलना मुश्किल हो जाता है. कई बार तो बच्चे स्कूल भी नहीं जा पाते हैं. बारिश कम होने तक बच्चे स्कूल नहीं जा पाते हैं. 

नहीं बनी सड़क

ऐसा नहीं है कि इस सड़क को बनाने का प्रयास नहीं किया गया. ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए रास्ता बनाने के लिए सर्वे किया गया. लोक निर्माण विभाग (PWD) की तरफ से एक कच्चा रास्ता बनाने की मंजूरी मिल गई. लेकिन अभी तक उस कच्चे रास्ते का भी निर्माण नहीं हो पाया है. सड़क नहीं बनने को लेकर ग्रामीणों ने कई बार अधिकारियों से इसकी शिकायत की, उन्हें ज्ञापन सौंपा. लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. किसी का भी ध्यान किसानों की इस समस्या की तरफ नहीं गया है और उनके लिए सड़क की यह समस्या बनी हुई है. इसी से तंग आकर ग्रामीणों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर हेलिकॉप्टर की मांग कर डाली है. 

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सड़क बनाने का आदेश जारी

ग्रामीणों की तरफ से इस अनोखे मांग को लेकर ज्ञापन मिलने के बाद जिलाधिकारी जितेंद्र पापलकर एक्शन मोड में आ गए हैं. उन्हें इस मामले पर तुरंत संज्ञान लेते हुए लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी है और कहा है कि रास्ता निर्माण का काम जल्द शुरू किया जाए और रास्ता बनाया जाए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा है कि अगर सड़क बनाने में किसी प्रकार की कोताही बरती जाती है या देरी होती है तो दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. जिलाधिकारी के इस कदम के बाद कलगांव के लोगों को उम्मीद जगी है कि जल्द ही उन्हें एक बेहतर सड़क चलने के लिए मिलेगी. 

 

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