बारिश का मौसम शुरू होने वाला है. इसके साथ ही कृषि कार्यों में भी तेजी आने लगेगी. जो पेशेवर किसान हैं और खेत में खेती करते हैं वो खेती की तैयारी में लग गए हैं. इसके साथ ही जो लोग अपने घरों में किचन गार्डन में सब्जियां लगाते हैं और गमलों में फूल और सब्जियां लगाते हैं वो भी मिट्टी की तैयारी में जुट जाएंगे. किसी भी चीज की पैदावार में मिट्टी की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है. क्योंकि अगर सही तरीके से मिट्टी तैयारी नहीं की जाती है तो पोधों को अंकुरण सही तरीके से नहीं होता है और उपज पर असर पड़ता है. बारिश के मौसम में गमलों में पौधों का विशेष ध्यान रखना पड़ता है क्योंकि मिट्टी में जल-जमाव होने से पौधे मरने लगते हैं.
इसलिए बारिश के मौसम में सब्जियों की अधिक पैदावार लेने के लिए मिट्टी को खास तौर पर तैयार करना चाहिए. गमला में मिट्टी भरने के लिए किसान अपने गार्डन की पुरानी मिट्टी का इस्तेमाल करके बरसात के लिए मिट्टी तैयार कर सकते हैं. इस खबर में आपको बताएंगे की किस प्रकार से पुरानी मिट्टी को फिर से गमले में भरने के लिए तैयार किया जा सकता है. इसके लिए सबसे पहले ग्रो बैग का गमले में रखी मिट्टी को खाली कर दे और किसी ऐसे स्थान पर रखें जहां पर तेज धूप पड़ती है. वहां पर इसे अच्छे से फैला कर रखें. इसके बाद इस मिट्टी को आठ से 10 दिनों तक के लिए ऐसे ही धूप में छोड़ दें. इससे मिट्टी में मौजूद सभी कीट नष्ट हो जाएंगे.
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जब मिट्टी सूख जाए तो इसे अच्छे से कूटकर भुर भूरा बना दें. इसके बाद इसमें ऑर्गेनिक खाद को अच्छे से मिलाए. इससे पौधों को पोषक तत्वों की कमी नहीं होती है. जैविक खाद के तौर पर गोबर खाद, वर्मी कंपोस्ट, किचन वेस्ट, राख, बोन मील को मिला सकत हैं. इसके साथ ही नीम की खली को अच्छे से मिला दें. इस तरह से मिलावट करने पर पौधों की बढ़वार अच्छी होती है. इसके बाद फिर से इसे धूप में एक दो दिन छोड़ दे और फिर गमले और ग्रो बैग में भर दें. इसमें आप बरसात के दिनों में लगाई जाने वाली सब्जियां लगा सकते हैं. बरसाती सब्जियों को लगाने के लिए गहराई वाले ग्रो बैग और गमले का चयन करें ताकि उनके जड़ों का फैलाव अच्छे से हो सके.
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गमला में मिट्टी भरने के बाद उनमें पौधों की रोपाई के वक्त भी खास ध्यान देना पड़ता है. पोधों को उसमें सही तरीके से लगाना चाहिए. ताकि उनकी जड़े मिट्टी में अच्छे से बैठ सकें. इससे पौधों को सही तरीके से भरपूर पोषण मिलता है. गमले की तरह की किचन गार्डन के लिए भी बारिश से पहले मिट्टी को अच्छे से तैयार कर लें और इसमें खाद और नीम की खली जैसी सामग्री मिला दें. इससे अच्छी उपज हासिल होगी.
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