रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित होने वाले इस मेले में श्री अन्न की खेती, उत्पाद और इनकी रेसिपी की भी खास प्रदर्शनी आयोजित की गई है. यूपी सरकार के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी में Millets Recipes Competition भी आयोजित की गई है. तीन दिन तक चलने वाले इस मेले में केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा और यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही भी मौजूद रहेंगे. किसान मेला और श्री अन्न महोत्सव के बारे में Central Agriculture University के निदेशक (शिक्षा) डॉ अनिल कुमार ने बताया कि इस आयोजन में प्रगतिशील किसानों के अलावा कृषि क्षेत्र के उद्यमी, कृषि वैज्ञानिक और छात्र शामिल होंगे.
डॉ कुमार ने बताया कि हर साल फरवरी में आयोजित होने वाला उत्तर क्षेत्रीय किसान मेला जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और यूपी के किसानों के लिए बहुत अहम होता है. इन राज्यों के प्रगतिशील किसान इस मेला में हिस्सा लेंगे.
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डॉ कुमार ने बताया कि किसान मेला में अत्याधुनिक कृषि यंत्रों से किसानों को अवगत कराने के लिए Modern Farm Machinery Exhibition लगाई जाएगी. इस दौरान किसान किसानों को ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन कर खेती में इसके फायदों से परिचित कराया जाएगा. साथ ही Crop Cafeteria में किसानों को उन्नत फसलों की खेती करने के लिए उन्नत बीज और खाद के उपयोग की जानकारी दी जाएगी. इसमें आधुनिक बीजों की बिक्री भी होगी. इसमें मधुमक्खी पालन, मशरूम की खेती और फलों में स्ट्रॉबेरी एवं ड्रैगन फ्रूट की खेती की तकनीकी जानकारी किसानों को दी जाएगी.
डॉ कुमार ने बताया कि किसान मेला में पशुपालन से जुड़े किसानों के लिए Animal Show का आयोजन भी आकर्षण का केंद्र होगा. साथ ही मिट्टी एवं फसलों की सेहत के लिए Mobile Plant Health Clinic की शुरुआत का एक साल पूरा होने पर इसके अब तक अनुभव भी किसानों के साथ साझा किए जाएंगे. मेला में किसानों के साथ दो तरफा संवाद कायम करने के लिए Scientist Lecture Session भी आयोजित किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि किसानों के लिए 3 दिवसीय भव्य जलसा जानकारियों का भंडार लेकर आता है. इसलिए उत्तर भारत के किसानों को इसका साल भर इंतजार रहता है.
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