पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के कारण आवाजाही में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. लगातार बारिश के कारण भूस्खलन से सड़कें और घर गिर रहे हैं. हिमाचल की बात करें तो यहां बाढ़ के कारण सड़कों को काफी नुकसान हुआ है. ऐसे में चार दिन बाद भी चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे न खुलने से बाहरी राज्यों में फल सब्जियों की सप्लाई लेकर जा रहे वाहन चालकों का सामान गाड़ियों में सड़ना शुरू हो गया है. जिस कारण वाहन चालकों ने फल सब्जियों को व्यास नदी में फेंकना शुरू कर दिया है.
चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे पर जिला के थलौट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें वाहन चालक जीप में लदी सब्जियों को व्यास नदी में फेंक रहे हैं.
आपको बता दें कि 22 और 23 अगस्त को भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन के कारण चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग और कीरतपुर मनाली फोरलेन सड़क बंद हो गई है. वहीं वैकल्पिक मार्ग बजौरा कटौला भी कमांद के पास लैंडस्लाइड के कारण बंद है. जिस कारण फल सब्जियों सहित अन्य सामान की सप्लाई लेकर जा रहे सैंकड़ो वाहन थलौट, पंडोह, बजौरा कटौला में फंस हुए हैं.
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प्रशासन ने इन वाहन चालकों के खाने पीने की व्यवस्था तो कर दी है लेकिन, चार दिन बाद भी नेशनल हाईवे ना खुलने से अब यह वाहन चालक एनएचएआई से खासा नाराज नजर आ रहे हैं. जिसके विरोध स्वरूप अब यह वाहन चालक एनएचएआई के खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे हैं. इन वाहन चालकों का कहना है कि जाम में फंसे होने के कारण गाड़ियों में लोढ़ किया हुआ माल खराब हो रहा है. जिससे इन्हें इस माल को बेचने में कठिनाई होगी और इन्हें भाड़ा तक भी नहीं मिलेगा. सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने बताया कि अस्थाई तौर पर फोरलेन व नेशनल हाईवे को बहाल करने का कार्य जारी है. फोरलेन व नेशनल हाईवे पर जगह-जगह लैंडस्लाइड हुआ है जिस कारण अभी दो-तीन दिन का समय लग सकता है.
हिमाचल प्रदेश पिछले कई हफ्तों से भारी बारिश से तबाह होता नजर आ रहा है. राज्य को बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं जैसे भूस्खलन, बादल फटना, बाढ़ आदि में जान-माल के साथ-साथ लोगों का भारी नुकसान हुआ है. राज्य आपदा के अनुसार प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, इस साल मानसून की शुरुआत के बाद से हिमाचल प्रदेश में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 367 लोगों की मौत हो गई है. आपदा प्रबंधन ने कहा कि हताहतों के अलावा, पैसों का नुकसान लगभग 12,000 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. (धर्म वीर की रिपोर्ट)
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