उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में एक सोसाइटी में एक शख्स को फ्लैट के अंदर हाई-टेक तरीके से गांजे की खेती करते हुए पकड़ा गया है. आरोपी का नाम राहुल है जो पिछले चार महीने से प्रीमियम गांजा (OG) गमलों में उगा रहा था. वह इस गांजे को डार्क वेब के माध्यम से सप्लाई करता था. नारकोटिक्स और पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा की गई छापेमारी में यह खुलासा हुआ है जिससे सभी हैरान रह गए. आरोपी ने पूरे फ्लैट को गांजे की नर्सरी बना रखा था. दिल्ली एनसीआर में इस तरह की यह अनोखी घटना सामने आई है जिससे पुलिस सतर्क है.
ग्रेटर नोएडा डीसीपी साद मिया खान ने जानकारी देते हुए बताया कि नारकोटिक्स विभाग और स्थानीय पुलिस को ग्रेटर नोएडा के पार्श्वनाथ पैनोरमा सोसाइटी के एक फ्लैट में गांजे की अवैध खेती की सूचना मिली थी. इसके बाद थाना बीटा 2, नारकोटिक्स सेल और थाना इकोटेक 1 पुलिस ने मिलकर आरोपी राहुल के फ्लैट में छापा मारा. फ्लैट में घुसते ही टीम ने देखा कि आरोपी ने कई कमरों में 50 से अधिक गमलों में प्रीमियम गांजा उगाया हुआ था. फ्लैट के अंदर प्राकृतिक धूप की कमी को पूरा करने के लिए, उसने विशेष प्रकार की लाइट्स का उपयोग किया था, जो पौधों के लिए सनलाइट जैसा माहौल बना देती है.
आरोपी राहुल इस गांजे की सप्लाई डार्क वेब के जरिए ऑन-डिमांड करता था, जिससे नारकोटिक्स और पुलिस के अधिकारी उसकी चालाकी देखकर हैरान रह गए. छापेमारी के दौरान पुलिस ने फ्लैट से लाखों रुपये का गांजा जब्त किया. फिलहाल, आरोपी राहुल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है आरोपी मूलरूप से मेरठ का रहने वाला है. पुलिस आरोपी के नेटवर्क की जांच में लगी हुई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या इसमें कोई और व्यक्ति भी शामिल है.
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पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं क्योंकि फ्लैट के अंदर ही बड़े पैमाने पर गांजे की खेती हो रही थी. इस गांजे की सप्लाई का पूरा सिस्टम बना हुआ था. पुलिस को इसमें डार्क बेव का पता चला है जिसके जरिये ऑन डिमांड गांजे की सप्लाई होती थी. पुलिस आरोपी राहुल चौधरी से पूछताछ कर विस्तृत जानकारी जुटा रही है ताकि इस पूरे नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा सके. पुलिस उसी आधार पर जांच में आगे बढ़ रही है.(अरुण त्यागी की रिपोर्ट)
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