Tourism Economy : धार्मिक पर्यटन के मामले में मक्का और वेटिकन सिटी को भी पीछे छोड़ देगी अयोध्या

Tourism Economy : धार्मिक पर्यटन के मामले में मक्का और वेटिकन सिटी को भी पीछे छोड़ देगी अयोध्या

अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के कारण Religious Tourism में तेजी से उछाल देखने को मिलेगा. एक अनुमान के मुताबिक अयोध्या का धार्मिक पर्यटन यूपी की अर्थव्यवस्था के लिए सुपर बूस्टर साबित होगा. अयोध्या, अगले एक साल में सैलानियों की संख्या काे लेकर मक्का और वेटिकन सिटी को भी पीछे छोड़ देगी.

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Tourism Economy : धार्मिक पर्यटन के मामले में मक्का और वेटिकन सिटी को भी पीछे छोड़ देगी अयोध्याDevotees at the entrance of the Ram Janmabhoomi temple in Ayodhya on January 23; (Photo: Shrikant Singh | ANI)

इस्लाम का सबसे पवित्र तीर्थ मक्का और ईसाई धर्म का केंद्र वेटिकन सिटी पूरी दुनिया में धार्मिक पर्यटन के गढ़ माने जाते हैं. World Economy के तमाम पहलुओं पर भावी संभावनाएं जताने वाली एजेंसियों ने 22 जनवरी को यूपी में अयोध्या स्थित राम मंदिर में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अयोध्या को प्रमुख स्थान मिलने की बात कही है. इसके मुताबिक यूपी की अर्थव्यवस्था में अयोध्या Super Booster का काम करेगी. इससे यूपी को One Trillion Dollar Economy बनाने के सीएम योगी के संकल्प में अयोध्या मील का पत्थर साबित होगी. यूपी सरकार का दावा है कि अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा होने के कारण राजस्व में तेजी से इजाफा होगा.

ये है भविष्य का अनुमान

State Bank of India (SBI) की रिपोर्ट के अनुसार यूपी को आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 में 25 हजार करोड़ रुपये के Tax Collection की उम्मीद है. इसमें अयोध्या से मिलने वाले राजस्व का सबसे अहम योगदान होगा. इसी प्रकार Stock Research Firm Jefferies की रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि अयोध्या में अगले एक साल के अंदर 5 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है. यदि ऐसा होता है तो दुनिया में धार्मिक पर्यटन के प्रमुख केंद्र वेटिकन सिटी और मक्का भी अयोध्या से पीछे छूट जाएंगे.

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योगी सरकार ने PM Modi की मंशा के अनुरूप व्यापक विकास और World Class Tourist Friendly Services के जरिए धार्मिक नगरी के रूप में अयोध्या की तस्वीर बदल दी है. सरकार का दावा है कि इसके फलस्वरूप आने वाले समय में यूपी की अर्थव्यवस्था के लिए अयोध्या मील का पत्थर साबित होगी. सरकार ने इस बात की संभावना से भी इंकार नहीं किया है कि यूपी को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य पाने में अयोध्या अहम भूमिका निभाएगी.

पर्यटन क्षेत्र में आएगा उछाल

अयोध्या में मंदिर निर्माण से जुड़ी कंपनी Larsen and Toubro ने भी दावा किया है कि नवनिर्मित राम मंदिर इमारत को 1000 साल की संभावित आयु को ध्यान में रखकर बनाया गया है. जाहिर है कि इसका Economic Impact भी बड़ा होने वाला है. इसके मद्देनजर ही एसबीआई की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि यूपी को पर्यटन क्षेत्र से आगामी वित्तीय वर्ष 2024-25 में 25 हजार करोड़ रुपये का टैक्स कलेक्शन होने की उम्मीद है. इसमें अयोध्या की सबसे अहम भूमिका होगी. इतना ही नहीं चालू वित्त वर्ष में भी यूपी की अर्थव्यवस्था में करीब 4 लाख करोड़ रुपये का इजाफा होने का अनुमान है.

इस बीच Jefferies की रिपोर्ट के मुताबिक अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भारी इजाफा होने की उम्मीद है. इस मामले में वेटिकन सिटी और मक्का भी अयोध्या से पीछे हो सकते हैं. गौरतलब है कि प्रति वर्ष मक्का और वेटिकन सिटी जाने वाले सैलानियों की संख्या औसतन 3 करोड़ रहती है. जिस प्रकार अयोध्या के प्रति दुनिया भर में सकारात्मक रुझान देखने को मिला है, उसके आधार पर अनुमान जताया गया है कि अगले 1 साल में अयोध्या जाने वाले सैलानियों की संभावित संख्या तकरीबन 5 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. जेफरीज की रिपोर्ट के मुताबिक हजारों करोड़ रुपये के निवेश की वजह से अयोध्या में निर्मित नए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, टाउनशिप और Road Connectivity के अलावा बेहतरीन होटलों के बनने से यहां का परिदृश्य बदल चुका है.

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अयोध्या को होगी रिकॉर्ड तोड़ आमदनी

रिपोर्ट के अनुसार श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के कारण अयोध्या की वार्षिक आय में भी वृद्धि होगी. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक आंध्र प्रदेश में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर से वहां की राज्य सरकार को 1200 करोड़ रुपये की सालाना आय होती है. तिरुपति बालाजी में हर वर्ष 2.5 करोड़ श्रद्धालु पहुंचते हैं. इसी तरह वैष्णो देवी में प्रतिवर्ष 80 लाख लोग जाते हैं. इस कारण से जम्मू कश्मीर सरकार को 500 करोड़ रुपये की सालाना आय होती है. वहीं आगरा ताज महल में 70 लाख लोगों के पहुंचने से 100 करोड़ रुपये और आगरा फोर्ट में 30 लाख पर्यटकों के आने से 27.5 करोड़ रुपये की वार्षिक आय होती है.

वेटिकन सिटी और मक्का की अगर बात की जाए तो प्रति वर्ष लगभग 2 करोड़ लोग मक्का जाते हैं. इससे सऊदी अरब सरकार को 12 बिलियन डॉलर की वार्षिक आय होती है. जबकि हर साल 90 लाख लोग  वेटिकन सिटी जाते हैं. इससे वहां की सरकार को 315 मिलियन डॉलर की वार्षिक आय होती है.

एक अन्य अनुमान के मुताबिक प्रतिदिन एक लाख से अधिक श्रद्धालु प्रभु श्रीराम के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे. यह संख्या जल्द ही 3 लाख श्रद्धालु प्रतिदिन हो सकती है. यदि ऐसा होता है तो प्रतिवर्ष 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे. अयोध्या पहुंचने वाला प्रत्येक श्रद्धालु यदि 2500 रुपये भी खर्च करता है, तो केवल अयोध्या की स्थानीय अर्थव्यवस्था में 25000 करोड़ रुपये शामिल होंगे.

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