दिल्ली ही नहीं कोलकाता की हवा में भी घुल रहा प्रदूषण का 'जहर', त्योहार के बाद एक्यूआई में आई गिरावट

दिल्ली ही नहीं कोलकाता की हवा में भी घुल रहा प्रदूषण का 'जहर', त्योहार के बाद एक्यूआई में आई गिरावट

रविवार को मामूली सुधार के बाद दिल्ली के AQI स्तर एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है. शहर में बुधवार को एक्यूआई 394, मंगलवार को 365, सोमवार शाम 4 बजे 348 और रविवार को 301 दर्ज किया गया. जबकि शुक्रवार सुबह यह 400 के पार दर्ज किया गया.

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दिल्ली ही नहीं कोलकाता की हवा में भी घुल रहा प्रदूषण का 'जहर', त्योहार के बाद एक्यूआई में आई गिरावटDelhi was engulfed in smog due to stubble burning incidents from neighbouring states for two weeks before rain cleared the pollutants on Friday. (Photo: Reuters/File)

दिल्ली की वायु गुणवत्ता शुक्रवार को "बहुत खराब" श्रेणी में दर्ज की गई. कई क्षेत्रों में एक्यूआई 400 के पार चला गया. इसके कारण राजधानी के कई क्षेत्रों में धुंध छाई रही.  वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान 26.7 डिग्री सेल्सियस रहा, जो साल के इस समय के लिए सामान्य है. जबकि न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से दो डिग्री कम है. मौसम विज्ञानियों ने शुक्रवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने और सुबह में हल्के से मध्यम कोहरे का पूर्वानुमान लगाया है. इस दौरान अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 26 और 10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा.

गौरतलब है कि रविवार को मामूली सुधार के बाद दिल्ली के AQI स्तर एक बार फिर से बढ़ता जा रहा है. शहर में बुधवार को एक्यूआई 394, मंगलवार को 365, सोमवार शाम 4 बजे 348 और रविवार को 301 दर्ज किया गया. जबकि शुक्रवार सुबह यह 400 के पार दर्ज किया गया.  अनुकूल हवा की गति और दिशा के कारण प्रदूषण के स्तर में गिरावट के बाद, केंद्र द्वारा शनिवार को रैखिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्य और दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध सहित कड़े प्रतिबंध हटा दिए जाने के बाद AQI स्तर में वृद्धि हुई है. 

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गंभीर श्रेणी में पहुंचा कोलकाता का एक्यूआई

दिल्ली के बाद कोलकाता में भी हवा खराब बनी हुई है इसके कारण गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताई हो रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि कोलकाता में दिवाली और काली पूजा त्योहारों के 10 दिन बाद भी, शहर की वायु गुणवत्ता खराब बनी हुई है, जिससे नागरिकों को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं हो रही हैं. पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (डब्ल्यूबीपीसीबी) के एक अधिकारी ने कहा कि बालीगंज क्षेत्र में गुरुवार शाम 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 296 दर्ज किया गया, जबकि विधाननगर (284) और जादवपुर (252) भी दिन के इसी समय में पीछे नहीं थे. अधिकारी ने कहा, अन्य वायु निगरानी स्टेशनों में, रवीन्द्र सरोबार ने शाम 6 बजे 254 AQI दर्ज किया, साथ ही सभी अन्य जगहों से जो रीडिंग प्राप्त हुई है उसे पर्यावरणीय दृष्टि से खराब माना गया है. 

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बारिश नहीं होने पर बढ़ सकती है परेशानी

अधिकारी ने कहा, यहां तक कि रवीन्द्र सरोबार जैसे पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्र में भी दिन की एक अवधि के दौरान एक्यूआई 300 के स्तर को पार कर गया है. उन्होंने बताया कि काली पूजा और दिवाली त्योहारों के दौरान, शहर भर में AQI 189-255 के बीच था. फिर जैस ही सर्दी की सामान्य स्थिति शुरू हुई और तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया है साथ ही सांस संबंधी समस्याएं शुरू हो गई है. अधिकारी ने कहा कि 201 और 300 के बीच एक AQI स्वास्थ्य चेतावनी को ट्रिगर करता है, 300 से अधिक एक्यूआई आपातकालीन स्थितियों की स्वास्थ्य चेतावनी को ट्रिगर करता है. पर्यावरणविद सोमेंद्र मोहन घोष ने कहा किसी भी कारण से बारिश नहीं होती है तो पूरी आबादी पर इसका गंभीर असर पड़ सकता है. एक सप्ताह पहले तक, AQI 100 - 200 (मध्यम) के बीच था, जबकि मंगलवार को शहर में औसत वायु गुणवत्ता 160-220 के बीच थी. 


 
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