जैविक खेती को लेकर अमित शाह की किसानों से बड़ी अपील, कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग कम करें

जैविक खेती को लेकर अमित शाह की किसानों से बड़ी अपील, कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग कम करें

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने किसानों से उर्वरकों और कीटनाशकों का उपयोग कम करने और इसके बजाय जैविक खेती अपनाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की व्यवस्था कर रही है कि पर्यावरण अनुकूल पद्धतियां अपनाने वाले किसान अधिक लाभ कमाएं.

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जैविक खेती को लेकर अमित शाह की किसानों से बड़ी अपील, कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग कम करेंकेंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह (Photo: Reuters)

केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को किसानों से रासायनिक उर्वरकों और खतरनाक कीटनाशकों का इस्तेमाल कम करने और इसके बजाय जैविक खेती अपनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने का इंतजाम कर रही है कि पर्यावरण अनुकूल पद्धतियां अपनाने वाले किसान ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाएं. गृह मंत्रालय का भी प्रभार संभाल रहे शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों और वस्तुओं पर जीएसटी कम करके उन्हें नवरात्रि और दिवाली का बड़ा तोहफा दिया है.

'जैविक उत्पादों के वैश्विक बाजार का मिलेगा बड़ा हिस्सा'

बता दें कि जीएसटी की नई दरें, जिनमें दो व्यापक स्लैब - 5 प्रतिशत और 18 प्रतिशत - हैं, सोमवार (22 सितंबर) से, नवरात्रि के पहले दिन से लागू हो गईं. गुजरात के राजकोट जिले के सात सहकारी संगठनों की वार्षिक आम बैठक में भाग लेने के बाद, यहां कृषिविदों को संबोधित करते हुए, अमित शाह ने कहा कि आज, मैं सौराष्ट्र के सभी किसानों से कीटनाशकों और उर्वरकों का उपयोग कम करने और जैविक खेती की ओर बढ़ने की अपील करने आया हूं. भारत जैविक उत्पादों के वैश्विक बाजार का एक बड़ा हिस्सा यहां के किसानों के लिए लाने जा रहा है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए व्यवस्था कर रही है कि जैविक खेती करने वाले किसानों को अधिक लाभ मिले.

गौरतलब है कि जैविक खेती में उर्वरकों, कीटनाशकों जैसे कृत्रिम रूप से उत्पादित कृषि-साधनों के उपयोग से बचना और इसके बजाय पर्यावरण और पारिस्थितिकी को संरक्षित करते हुए उत्पादन बढ़ाने के लिए जैविक अपशिष्ट और लाभकारी सूक्ष्मजीवों जैसे प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करना शामिल है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सहकारी क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए कई पहल शुरू की गई हैं.

जैविक उत्पादों के लिए ब्रांड "भारत ऑर्गेनिक्स"

अमित शाह ने कहा कि किसानों को ऐसी वस्तुओं की बिक्री से लाभ सुनिश्चित करने के लिए "भारत ऑर्गेनिक्स" (नेशनल कोऑपरेटिव ऑर्गेनिक्स लिमिटेड द्वारा लॉन्च किया गया एक उत्पाद ब्रांड) की स्थापना की गई है. शाह ने उपस्थित लोगों को बताया कि किसानों से जैविक उत्पाद खरीदने और उन्हें बेचने के लिए एक सहकारी संस्था की स्थापना की गई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें पूरा लाभ मिले. एक नई निर्यात और बीज सहकारी संस्था भी स्थापित की गई है. शाह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सहकारी क्षेत्र में सभी विषयों में शिक्षा प्रदान करने के लिए गुजरात के आणंद में त्रिभुवनदास पटेल सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई. 

शाह ने बताया कि सहकारिता मंत्रालय ने पिछले तीन सालों में 60 पहल की हैं, जिनमें प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (पीएसीएस) को मज़बूत करने की योजनाएं, उनका कम्प्यूटरीकरण और सहकारी मंडलियों (एसोसिएशनों) के लिए गोदाम स्थापित करने हेतु विभिन्न नए कदम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि इसके परिणामस्वरूप, देश भर में सहकारी ढांचा, जो चार दशकों से गिर रहा था, इस तीन साल की अवधि के पहले वर्ष में स्थिर हो गया और अगले दो वर्षों में 12 प्रतिशत तक मजबूत हुआ.

गुजरात में लागू हुई कम्प्यूटरीकृत प्रणाली 

इस दौरान अमित शाह ने बताया कि देश भर में नई सहकारी समितियां, दुग्ध संघ और दूध प्रसंस्करण से लाभ कमाने वाली समितियां उभरी हैं और गुजरात में किसानों को अच्छा मुनाफा सुनिश्चित करने के लिए एक कम्प्यूटरीकृत प्रणाली लागू की गई है. उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के बीच सहयोग पहल के तहत, गुजरात के बनासकांठा और पंचमहल जिलों में शुरू की गई एक पायलट परियोजना को पूरे राज्य में अपनाया जा रहा है. इससे पहले, केंद्रीय मंत्री ने सूरत जिले के कोसमाडा में 101 करोड़ रुपये की लागत से 3.51 लाख वर्ग फुट क्षेत्र में बनने वाले इस्कॉन वराछा मंदिर की आधारशिला रखी. (सोर्स- PTI)

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