अप्रैल 2022 की तुलना में अप्रैल 2023 में घरेलू ट्रैक्टर की बिक्री और निर्यात में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन साल-दर-साल आधार पर उत्पादन अधिक रहा है. अप्रैल 2022 में 89,201 इकाइयों की तुलना में इस साल अप्रैल में कुल घरेलू ट्रैक्टर की बिक्री 11 प्रतिशत घटकर 79,288 इकाई रह गई, जो बिक्री में एक रीबाउंड वाला महीना था. पिछले महीने की 82,856 इकाइयों की तुलना में इस अप्रैल की बिक्री भी कम थी.
वहीं, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने पिछले महीने बिक्री में गिरावट के लिए कृषि हेतु बेमौसम बारिश और मिसमैच त्योहार को जिम्मेदार ठहराया है. महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड के कृषि उपकरण क्षेत्र के अध्यक्ष हेमंत सिक्का ने कहा, "बिक्री में गिरावट मुख्य रूप से पिछले साल अप्रैल की तुलना में इस साल मार्च में नवरात्रि और गुड़ी पड़वा के उच्च मांग वाले त्योहारों के प्रीपोनमेंट के कारण हुई."
शीर्ष ट्रैक्टर निर्माता महिंद्रा एंड महिंद्रा को घरेलू बाजार में 10 प्रतिशत की गिरावट का सामना करना पड़ा है. कंपनी ने अप्रैल 2023 के दौरान 35,398 यूनिट की बिक्री की, जबकि अप्रैल 2022 के दौरान 39,405 यूनिट बेची गई थी. इस प्रकार कंपनी को घरेलू ट्रैक्टर बिक्री बाजार में 10 प्रतिशत की कमी का सामना करना पड़ा है. एस्कॉर्ट्स कुबोटा के ट्रैक्टर की मात्रा महीने के दौरान 5.5 प्रतिशत गिरकर 7,252 इकाई रही.
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“हालांकि, वर्तमान में फसल कटाई और फसलों की खरीद जोरों पर चल रही है, इसको लेकर उत्साह का माहौल है. गेहूं की खरीद काफी मजबूत है और पिछले साल के स्तर को पार कर चुकी है. उच्च जलाशय स्तर खरीफ की बुवाई में मदद करेगा और रबी की फसल से अच्छा नकदी प्रवाह किसानों के हाथों में तरलता को और बढ़ाएगा.
अप्रैल 2022 में 84,144 इकाइयों की तुलना में अप्रैल 2023 में कुल ट्रैक्टर उत्पादन 86,844 इकाइयों पर अधिक था. कुछ देशों में चुनौतीपूर्ण बाजार स्थितियों के कारण अप्रैल 2022 में 10,715 इकाइयों की तुलना में इस साल अप्रैल में निर्यात दबाव में 7,652 इकाइयों तक गिर गया. वित्तीय वर्ष 2023 में, घरेलू ट्रैक्टर उद्योग ने 9.45 लाख यूनिट्स पर अपना उच्चतम वॉल्यूम दर्ज किया, जो वित्तीय वर्ष 2022 वॉल्यूम से 12 प्रतिशत अधिक है.
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उद्योग को उम्मीद है कि इस वित्तीय वर्ष में मात्रा में कमी आएगी और वित्त वर्ष 2024 के लिए एकल अंकों की वृद्धि का अनुमान लगाया जाएगा, जो फसल की कीमतों/एमएसपी, जलाशयों के औसत स्तर से ऊपर, चुनावों के लिए किसानों को सरकारी समर्थन और ट्रैक्टरों के बढ़ते उपयोग द्वारा समर्थित है.
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