हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में आज तेज बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार (24 जुलाई) को हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है. वहीं, दिल्ली में इस वक्त हालात बेहद डरावने हो गए हैं. ऐसे में आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम/Latest Weather News, टमाटर की कीमतों में बढ़ोतरी/Tomato Prices Hike, दिल्ली में बाढ़ का कहर/ Delhi flood news LIVE updates, मंडी समाचार/ Mandi News, पीएम-किसान की किस्त/PM-Kisan, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना/PMFBY और खेती-किसानी से जुड़ी हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
राजस्थान विधानसभा ने आय की गारंटी बिल के बाद गिग वर्कर्स एक्ट भी पास हुआ. दरअसल, राजस्थान विधानसभा ने सोमवार को राजस्थान प्लेटफॉर्म आधारित गिग कर्मकार (रजिस्ट्रीकरण और कल्याण) विधेयक - 2023 को ध्वनिमत से पारित कर दिया. प्रारम्भ में प्रभारी मंत्री एवं श्रम राज्य मंत्री सुखराम विश्नोई ने विधेयक को सदन में विचार के लिए सामने रखा. इसके बाद सदन ने विधेयक को ध्वनिमत से पारित किया. इस विधेयक से ओला, उबर, जोमेटो जैसी सर्विस में शामिल लोगों को सामाजिक सुरक्षा मिलेगी.
सावन के महीने में शायद ही कोई ऐसा हलवाई हो जहां घेवर बन और बिक न रहा हो. बाजार में जिधर नजर डालो उधर ही घेवर नजर आता है. कहीं सादा घेवर तो कहीं मलाई और केसर वाला घेवर बिक रहा है. घेवर को लेकर अलग-अलग राज्यों और शहरों का अपना दावा है कि ये हमारे यहां की मिठाई है. राजस्थान अपना दावा करता है तो यूपी ब्रज क्षेत्र से जोड़कर घेवर को अपना बताता है. लेकिन आजकल विदेशों में जो नाम हरियाणा का घेवर कमा रहा है उससे इंकार नहीं किया जा सकता है. अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया, नेपाल और कनाडा से लेकर केरल, तमिलनाडु, गोवा और जम्मू-कश्मीर तक रोहतक, हरियाणा का बना घेवर अपनी खुशबू बिखेर रहा है. बेशक दूसरे शहरों में घेवर बनने की शुरुआत सावन होती है, लेकिन रोहतक की गलियों में जून से ही घेवर बनना और एक्सपोर्ट होना शुरू हो जाता है. आगरा, यूपी से आने वाले घेवर बनाने वाले कारीगर रोहतक और उसके आसपास के इलाकों में डेरा डाल देते हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
आजादी के बाद भारत ने कई क्षेत्रों में तरक्की की कहानी लिखी है लेकिन, उर्वरकों के मामले में अब भी हमारी निर्भरता दूसरे देशों पर बनी हुई है. इस वक्त हम सालाना 190 लाख मीट्रिक टन के आसपास उर्वरक अलग-अलग देशों से आयात कर रहे हैं. इसमें कोई संदेह नहीं कि रासायनिक खादों का घरेलू उत्पादन बढ़ा है, जिससे आयात में मामूली कमी दर्ज की गई है. लेकिन, साथ ही साथ इसकी मांग भी बढ़ रही है, जबकि कई साल से हम जैविक और प्राकृतिक खेती का नारा भी लगा रहे हैं. बहरहाल, सरकार इस कोशिश में जुटी हुई है कि रासायनिक उर्वरकों का आयात कम हो. इसके लिए स्थानीय स्तर पर प्रोडक्शन प्लांट बढ़ाने और खराब पड़े प्लांटों को फिर से शुरू करने की पहल की गई है. उर्वरकों पर विदेशी निर्भरता कम करने की यह रणनीति काम करती नजर आ रही है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
मौसम विभाग ने ओडिशा में 25 और 26 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई है. बारिश को देखते हुए पूरे शहर में ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया गया है.
बिहार में अल्प वर्षा और सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने कृषि सिंचाई के लिए डीजल अनुदान राशि देने की घोषणा की है. खरीफ सीजन में डीजल पंपसेट से सिंचाई करने वाले किसानों के लिए विभिन्न फसलों के लिए प्रति एकड़ अलग-अलग अनुदान की राशि निर्धारित की गयी है. जहां धान के बिचड़ों तथा जूट फसल की दो सिंचाई के लिए प्रति एकड़ डेढ़ हजार रुपये की अनुदान राशि दी जाएगी. वहीं धान,मक्का सहित अन्य खरीफ फसलों जैसे दलहनी,तिलहनी,मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगंधित पौधों की अधिकतम तीन सिंचाई के लिए प्रति एकड़ 2250 रुपये की अनुदान राशि निर्धारित की गई है. डीजल अनुदान राशि का लाभ परिवार के एक किसान को मिलेगा. वहीं अधिकतम 8 एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए डीजल अनुदान देने का प्रावधान किया गया है. डीजल पंपसेट से सिंचाई करने पर किसानों को प्रति एकड़ या प्रति सिंचाई 750 रुपये का अनुदान मिलेगा. वहीं 75 रुपये प्रति लीटर डीजल के हिसाब से अनुदान की राशि दी जाएगी.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
सीकर राजस्थान में 8.5 करोड़ से अधिक लाभार्थी किसान परिवारों को 14वीं किस्त का मिलेगा लाभ. प्रधानमंत्री DBT के माध्यम से किसानों के खाते में भेजेंगे पैसे.
24 फरवरी 2022 से रूस-यूक्रेन युद्ध जारी है. अब तक जारी इस युद्ध में दोनों देशों के बीच हार-जीत का खेल चल रहा है. वहीं दुनियाभर के देश भी तीन गुटों में बंटे हुए हैं. एक गुट में यूक्रेन समर्थित देश हैं, जिसमें अमेरिका समेत यूरोपियन यूनियन के देश शामिल हैं, तो दूसरे गुट में रूस समर्थित देश हैं. वहीं तीसरे गुट में काफी देश हैं, जो तटस्थ बनने की जुगत में हैं. गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन, दोनों ही देशों ने युद्ध में अपनी जीत के लिए पूरी ताकत झोंक दिया है, जिसमें दोनों ही देश कई तरह के हथियारों का प्रयोग कर रहे हैं.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
हिन्दी फिल्मों में एक जमाने के सुपरहिट हीरो रहे हैं, मनोज कुमार. इनका असली नाम हरिकिशन गोस्वामी था . मनोज कुमार एक सफल नायक, निर्देशक, निर्माता और स्क्रिप्टराइटर भी रहे हैं. वे अमूमन रोमांटिक फिल्मों और सस्पेंस फिल्मों के हीरो ही थे लेकिन बाद में इन्होंने देश भक्ति से ओतप्रोत कई हिट फिल्में बनायीं और ये उन फिल्मों के नायक के तौर पर इतने लोकप्रिय हुए कि लोग उन्हें ‘भारत’ नाम से ही पुकारने लगे थे. आज मनोज कुमार 86 बसंत देख चुके हैं लेकिन हरिकिशन से मनोज कुमार और मनोज कुमार से भारत बनने का उनका सफर आज भी एक यादगार सफर है. दरअसल किशोर हरिकिशन दिलीप कुमार से बहुत प्रभावित थे. या यूं कहें कि वे दिलीप कुमार के बड़े फैन थे, तो गलत नहीं होगा. जब उन्होने फिल्म इंडस्ट्री की तरफ रुख किया तो अपना नाम बदलने के बारे में सोचा.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
उत्तर प्रदेश में बारिश की वजह से जहां लोगों को भीषण गर्मी और उमस से राहत मिली है. वहीं, आकाशीय बिजली ने मौत का कहर भी बरपाया है. राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि 2022-23 में उत्तर प्रदेश के 52 जिलों में बिजली गिरने से 301 लोगों की मृत्यु हो गई थी. वहीं 2023-24 में जुलाई तक 36 जिलों में 174 जानें बिजली गिरने की वजह से जा चुकी हैं. उन्होंने बताया कि पहले सोनभद्र जैसे जिलों में बिजली गिरने से काफी मौतें होती थीं, लेकिन अब गाजीपुर जैसे जिले इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिजली गिरने से हुई जनहानि की घटनाओं पर गहरा शोक जताया है. उन्होंने दिवंगतों के स्वजनों को 4-4 लाख रुपये की राहत राशि तत्काल वितरित करने का निर्देश दिया है. मृतकों के शोक संतप्त स्वजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए उन्होंने इस आपदा में घायल हुए लोगों का समुचित उपचार कराने का भी निर्देश दिया है.
पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें: Link
दिल्ली में यमुना की स्थिति फिर से लोगों को डराने लगी है. राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. हरियाणा के हथिनी बैराज कुंड से छोड़ा गया पानी यमुना को डरावना बना रहा है. बताया जा रहा है कि 2 लाख क्यूसेक से ज्यादा क्षमता वाले हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जा रहा है. दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. रविवार देर रात यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर 206.44 मीटर पर पहुंच गया. जिसके बाद प्रशासन की ओर से सुरक्षा के लिए 60 टीमें अलर्ट कर दी गई हैं.
बिहार सरकार ने खरीफ सीजन में दौरान अल्प वर्षा और सुखाड जैसी स्थिति को देखते हुए डीजल अनुदान के लिए राशि निर्धारित कर दी गई है. डीजल अनुदान अधिकतम आठ एकड़ भूमि के सिंचाई के लिए दिया जाएगा. किसानों की 75 रुपए प्रति लीटर की दर से अनुदान राशि दी जाएगी. इसके साथ ही प्रति एकड़ 750 रुपए सरकार राशि देगी. 2250 रुपए प्रति एकड़ मौसमी सब्ज़ी,औषधीय व सुगंधित पौधों की खेती के लिए अनुदान दिया जाएगा. वहीं किसान 30 अक्टूबर तक पक्का बिल के साथ ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
आईएमडी के नवीनतम अपडेट के अनुसार, अगले चार दिनों तक, खासकर 26 जुलाई तक कई राज्यों में भारी बारिश होने की संभावना है. बारिश के इस ताजा दौर से हिमाचल प्रदेश और देश के अन्य पहाड़ी इलाकों में और अधिक लैंडस्लाइड होने की भी आशंका है. आईएमडी के अपडेट में कहा गया है कि 24 जुलाई और 25 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश होने की उम्मीद है. इसके अलावा, पूर्वानुमान के अनुसार, 26 जुलाई तक हरियाणा और चंडीगढ़ में हल्की बारिश की उम्मीद है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today