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Soymeal Exports: इस साल सोयमील का एक्सपोर्ट बढ़कर हो सकता है 17 लाख टन, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Soymeal Exports: इस साल सोयमील का एक्सपोर्ट बढ़कर हो सकता है 17 लाख टन, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

सोयाबीन ऑयल प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने चालू ऑयल सीजन में समुद्र और भूमि मार्गों के माध्यम से सोयमील का अनुमानित एक्सपोर्ट पहले के 14 लाख टन से बढ़ाकर 17 लाख टन कर दिया है.

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चालू ऑयल सीजन में सोयामील का एक्सपोर्ट बढ़कर हो सकता है 17 लाख टन, सांकेतिक तस्वीर चालू ऑयल सीजन में सोयामील का एक्सपोर्ट बढ़कर हो सकता है 17 लाख टन, सांकेतिक तस्वीर

सोयाबीन उत्पादक किसानों के लिए खुशखबरी है. चालू सीजन में सोयामील का निर्यात बढ़कर 17 लाख टन हो सकता है. दरअसल, चालू ऑयल सीजन में अक्टूबर-अप्रैल अवधि के दौरान सोयमील का निर्यात 174 प्रतिशत बढ़कर 13.78 लाख टन हो गया, जबकि एक साल पहले की अवधि में यह 5.03 लाख टन था. बता दें कि वियतनाम और बांग्लादेश जैसे उपभोक्ता देशों से अधिक मांग के कारण इस अवधि के दौरान शिपमेंट में बढ़ोतरी हुई है.

वहीं, घरेलू सोयमील क्षेत्र से उठाव एक साल पहले के 34 लाख टन की तुलना में इस अवधि के दौरान लगभग 12 प्रतिशत बढ़कर 38 लाख टन हो गया. हालांकि, इस अवधि के दौरान खाद्य क्षेत्र की मांग 4.65 लाख टन के मुकाबले 5.75 लाख टन रही, यानी लगभग 24 प्रतिशत अधिक थी.

सोयमील के उत्पादन में 47 प्रतिशत की वृद्धि

इस अवधि के दौरान पेराई गतिविधि ने सोयमील के उत्पादन में 39.11 लाख टन के मुकाबले 57.43 लाख टन यानी लगभग 47 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की. खाद्य तेल खंड में मंदी के रुझान के बावजूद बाजार में सोयाबीन की आवक भी सुधर कर 66 लाख टन के मुकाबले 84 लाख टन हो गई.

सोयमील का एक्सपोर्ट बढ़कर हो सकता है 17 लाख टन

बिजनेसलाइन की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोयबीन ऑयल प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) के कार्यकारी निदेशक डी एन पाठक ने कहा, "प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट को देखते हुए, हमने चालू ऑयल वर्ष के लिए सोयाबीन पेराई अनुमानों को संशोधित कर 100 लाख टन से 105 लाख टन कर दिया है. इसी तरह, समुद्र और भूमि मार्गों के माध्यम से सोयमील का अनुमानित एक्सपोर्ट भी पहले के 14 लाख टन से बढ़ाकर 17 लाख टन कर दिया गया है. अनुमानित एक्सपोर्ट में ऊपर की ओर संशोधन खरीफ 2022 के लिए सोयाबीन उत्पादन के अनुमानों की मध्यावधि समीक्षा के बाद हुआ है, जिसने फसल अनुमानों को पहले के 120.3 लाख टन के जगह पर  124.1 लाख टन अधिक किया है."

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वही, सोयबीन ऑयल प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (SOPA) ने सोयबीन के कुल इंपोर्ट को 2 लाख टन के अपने पहले के अनुमानों से 5 लाख टन अधिक होने का अनुमान लगाया है. इसके अलावा, SOPA ने मई की शुरुआत में प्लांट और व्यापारियों के पास 64.88 लाख टन  स्टॉक का अनुमान लगाया है.

भारत से सोयमील के सबसे बड़े आयातक  

वियतनाम 4.93 लाख से अधिक के साथ भारतीय सोयमील का सबसे बड़ा खरीदार रहा है, इसके बाद बांग्लादेश 2.17 लाख से अधिक सोयमील का सबसे बड़ा खरीदार रहा है. अब तक कुल भारतीय सोयामील निर्यात में वियतनाम का योगदान लगभग 36 प्रतिशत है. भारतीय सोयमील के अन्य प्रमुख खरीदारों में नेपाल 89,528 टन, थाईलैंड 67,778 टन, श्रीलंका 51,068 टन और अमेरिका 47,678 टन शामिल थे.