भारतीय किसान यूनियन के किसान नेता राकेश टिकैत आज गाजियाबाद पहुंचे हैं. पासपोर्ट के रिन्युल को लेकर राकेश टिकैत को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस मामले में उन्होंने गाजियाबाद के पासपोर्ट अधिकारी से मुलाकात की है. पूरे मामले में राकेश टिकैत का कहना है कि उनका पासपोर्ट रिन्यू नहीं किया जा रहा है. मुज्जफनगर के पुलिस अधिकारी और यहां के पासपोर्ट अधिकारी दोनो विभाग के कर्मचारियों में तालमेल है, गाजियाबाद के पासपोर्ट विभाग के अधिकारी कुछ पेंडेंसी निकाल देते हैं, कहा की यह सब सरकारों की मिलीभगत है की किस आदमी को कैसे दबाया जाए.
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत आज किसान यूनियन से जुड़े किसानों के साथ गाजियाबाद के पासपोर्ट कार्यालय पहुंचे और इस मामले में जिला पासपोर्ट अधिकारी से मुलाकात की. किसानों द्वारा पासपोर्ट कार्यालय में भी नारेबाजी की गई, जिससे यहां हड़कंप मच गया.
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मार्च 2022 से उनका पासपोर्ट रिन्यूअल पेंडिंग है. आरोप है कि चुनाव आयोग के एक दर्ज मामले के चलते उनका पासपोर्ट रिन्यूअल रोका गया है. कोर्ट के आदेश और जरूरी कागजात पूरे होने के बावजूद उनका पासपोर्ट रिन्यू नहीं किया जा रहा. इस मामले में में राकेश टिकैत का कहना है कि उनका पासपोर्ट का रिन्यूअल नहीं हो पा रहा है. मुजफ्फरनगर के पुलिस अधिकारी और यहां के पासपोर्ट अधिकारी दोनो विभाग के कर्मचारियों में तालमेल है, गाजियाबाद के पासपोर्ट विभाग के अधिकारी कुछ पेंडेंसी निकाल देते हैं और मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा कागज नहीं भेजे जाने की बात कर देते हैं. जिस वजह से उनका पासपोर्ट नहीं रिन्यू नहीं हो पा रहा है.
आरोप लगाया की पॉलिटिकल वजहों से उनका पासपोर्ट रिन्यू नहीं किया जा रहा है. वह आज धरना देने के लिए आए थे लेकिन गाजियाबाद पासपोर्ट अधिकारी द्वारा उन्हें आश्वासन दिया गया है कि मुजफ्फरनगर से कुछ कागजात उन्हें मगाने हैं. अगर वह कागज मुजफ्फरनगर से भेजे जाने के बाद भी अगर पासपोर्ट नहीं हुआ तो उनके द्वारा गाजियाबाद या मुजफ्फरनगर में धरना शुरू किया जाएगा. टिकैत ने आरोप लगाया कि यह सब सरकारों की मिलीभगत है की किस आदमी को कैसे दबाया जाए. (मयंक गौड़ की रिपोर्ट)
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