ग्रामीण विकास मंत्रालय 09 से 15 अगस्त के दौरान पूरे देश में ‘मेरी माटी मेरा देश अभियान’ चलाएगा. इस दौरान देश के 7,500 ब्लॉकों से चयनित युवा अपने राज्यों के सभी गांवों ग्राम पंचायतों की मिट्टी लेकर कर्तव्य पथ पर एकत्रित होंगे. ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार सिंह ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव की शुरुआत 12 मार्च, 2021 को साबरमती से दांडी तक मार्च के साथ शुरू हुई थी. अब, ‘मेरी माटी मेरा देश’ अभियान की परिकल्पना आजादी का अमृत महोत्सव के समापन कार्यक्रम के रूप में की गई है. इस अभियान में वसुधा वंदन, शिलाफलकम (स्मारक) को शामिल करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. ‘वसुधा वंदन’ कार्यक्रम का आयोजन किसी अमृत सरोवर या किसी जल निकाय या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर किया जा सकता है.
बुधवार को मेरी माटी मेरा देश कार्यक्रम के तहत होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की तैयारी की समीक्षा करने के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया. जिसमें ग्रामीण विकास सचिव शैलेश कुमार सिंह और युवा मामलों की सचिव मीता राजीवलोचन ने इस बारे में बातचीत की. इस बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. युवा मामलों की सचिव ने इस आयोजन की रूपरेखा के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की. उन्होंने कहा कि इस आयोजन के कार्यक्रमों की योजना पहले से तैयार होनी चाहिए और 09 से 15 अगस्त, 2023 के दौरान इसका आयोजन किया जाना चाहिए.
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पूरे देश के लगभग 7,500 ब्लॉकों से चयनित युवा दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस कार्यक्रम के लिए एकत्रित होंगे. वे अगस्त, 2023 में आयोजित होने वाले इस मेगा कार्यक्रम में अपने राज्यों के सभी गांवों से मिट्टी लेकर आएंगे. वसुधा वंदन कार्यक्रम के फलस्वरूप कर्तव्य पथ पर निर्मित होने वाले अमृत वाटिका में स्वदेशी पौधे और शिलाफलकम होंगे. ग्रामीण विकास सचिव सिंह ने वसुधा वंदन और शिलाफलकम के महत्व पर बल दिया. सिंह ने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत के अंतर्गत स्वदेशी प्रजातियों के 75 पौधे लगाकर धरती माता का नवीनीकरण किया जाएगा.
ग्रामीण विकास सचिव ने कहा कि वसुधा वंदन कार्यक्रम का आयोजन किसी अमृत सरोवर या किसी जल निकाय या किसी सार्वजनिक स्थानों जैसे स्कूलों, ग्राम पंचायत भवनों या ग्राम पंचायत द्वारा निर्धारित किए गए उपयुक्त स्थान पर किया जा सकता है. इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य उन सभी वीरों के प्रति अपना हार्दिक भाव व्यक्त करना है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है. सचिव ने लोगों से इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शामिल होने का अनुरोध किया.
उधर, पंचायती राज मंत्रालय में अपर सचिव ने राज्यों सुझाव दिया कि वे ग्राम पंचायतों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को शामिल करें. जबकि, मनरेगा के संयुक्त सचिव ने अपनी प्रस्तुति के माध्यम से राज्यों को अभियान की विस्तृत जानकारी दी.
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