गेहूं के भाव में तेजी देखी जा रही है. पहले की तुलना में गेहूं के रेट (wheat price) बढ़े हुए हैं. मंगलवार को देश की ज्यादातर मंडियों में गेहूं का कारोबार तेजी के साथ हुआ. हालांकि उत्तर प्रदेश की बदायूं मंडी में मंगलवार को गेहूं के भाव स्थिर देखे गए. पिछले कई दिनों से गेहूं के दाम बढ़े हुए हैं और मंडियों में इसमें किसी तरह की गिरावट नहीं दिख रही है. देश की मंडियों में गेहूं की आवक सामान्य बनी हुई है. चालू रबी सीजन (rabi crop) में गेहूं की बुआई आगे चल रही है. फरवरी अंत में या मार्च शुरू में गेहूं की नई उपज आने के बाद दाम में कुछ नरमी दिखने की संभावना जताई जा रही है.
आइए सबसे पहले इस बार के रबी सीजन में गेहूं की बुआई का आंकड़ा जान लेते हैं. कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, इस साल 13 जनवरी तक गेहूं की बुआई 337.18 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो चुकी है. पिछले साल इसी अवधि में 332.52 लाख हेक्टेयर में गेहूं की बुआई हुई थी. इस तरह अभी पांच लाख हेक्टेयर क्षेत्र से भी अधिक गेहूं की बुआई आगे चल रही है.
मंगलवार को देश की ज्यादातर मंडियों में गेहूं के कारोबार में बढ़त देखी गई. एकमार्कनेट के अनुसार, 16 जनवरी को मध्यप्रदेश की खातेगांव मंडी में गेहूं का भाव 2450 रुपये प्रति क्विंटल था जबकि मंगलवार 17 जनवरी को यह भाव 241 रुपये बढ़कर 2691 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया. उत्तर प्रदेश की अकबरपुर मंडी में मंगलवार को गेहूं के भाव में 55 रुपये की तेजी देखी गई. इस मंडी में 16 जनवरी को गेहूं का भाव 2745 रुपये था जबकि 17 जनवरी को दाम 2800 रुपये दर्ज किया गया.
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उत्तर प्रदेश की ही लखीमपुर मंडी में 16 जनवरी को गेहूं का भाव 2720 रुपये रहा जबकि 17 जनवरी को 10 रुपये की तेजी के साथ यह भाव 2730 रुपये दर्ज किया गया. बदायूं मंडी में गेहूं का कारोबार स्थिर देखा गया. यहां दोनों दिन यानी कि 16 और 17 जनवरी को गेहूं का भाव 2630 रुपये दर्ज किया गया. बाकी मंडियों की बात करें तो गेहूं का कारोबार मजबूती के साथ ही हुआ.
अब आइए जान लेते हैं कि आगे गेहूं का बाजार कैसा रहेगा. गेहूं के कारोबार के बारे में कॉमोडिटी एक्सपर्ट साहिल गोयल ने 'डीडी किसान' से कहा, पिछले हफ्ते ज्यादातर मंडियों में गेहूं का कारोबार मिले-जुले रुख के साथ दिखाई दिया. मंडियों में गेहूं के भाव में स्थिरता देखी गई. इसकी वजह ये थे कि घरेलू स्तर पर मांग बहुत अधिक नहीं बनी हुई थी और निर्यात में भी कोई बहुत अधिक सुधार नहीं दिखा. गेहूं के उत्पादन में अच्छी वृद्धि देखी जा रही है. आने वाले समय में गेहूं के भाव में आंशिक तेजी देखी जा सकती है. गोयल बताते हैं कि जनवरी अंत या फरवरी शुरू में गेहूं के भाव में कुछ तेजी देखी जा सकती है. इस हिसाब से किसान अपनी उपज को कुछ दिनों के लिए रोक सकते हैं.
अन्य उपजों की बात करें तो मंगलवार को मूंगफली के भाव कहीं बढ़े तो कहीं इसमें स्थिरता देखी गई. हिम्मतनगर मंडी में 120 रुपये की उछाल के साथ मूंगफली का भाव 7020 रुपये दर्ज किए गए जबकि लालगंज मंडी में 6150 रुपये पर भाव में स्थिरता देखी गई. मंगलवार को देश की मंडियों में मूंगफली की आवक सामान्य से कुछ कम दर्ज की गई. फसल की बात करें तो रबी मूंगफली की बुआई कुछ दिनों से धीमी चल रही थी, लेकिन अभी उसमें तेजी देखी जा रही है. कृषि मंत्रालय का आंकड़ा बताता है कि रबी मूंगफली की बुआई अभी 48 हजार हेक्टेयर आगे चल रही है. देश की कई मंडियों में मूंगफली का भाव 6000 से लेकर 6100 रुपये प्रति क्विंटल देखा जा रहा है.
फलों के दाम की बात करें तो हिमाचल प्रदेश की कांगड़ा मंडी में सेब का भाव 7500 रुपये, कर्नाटक की दावणगेरे मंडी में 5800 रुपये और यूपी की अकबरपुर मंडी में सेब का भाव 5800 रुपये दर्ज किया गया. अमरूद की बात करें तो हिमाचल प्रदेश की चंबा मंडी में इसका भाव 4250 रुपये, कांगड़ा मंडी में 3500 रुपये और यूपी की आगरा मंडी में भाव 1470 रुपये दर्ज किया गया.
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