कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रालय के अधिकारियों को बिहार में मखाना बोर्ड के गठन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए. उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि किसानों को रबी फसलों के बेहतर दाम मिलें. भोपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए साप्ताहिक समीक्षा में भाग लेते हुए मंत्री ने खरीफ (ग्रीष्मकालीन) फसलों की प्रगति, आने वाले सप्ताह के लिए मौसम पूर्वानुमान और मौजूदा मूल्य प्रवृत्तियों का जायजा लिया.
बिहार में मखाना बोर्ड के काम को लेकर शिवराज सिंह चौहान ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि वह इस संबंध में किसी भी तरह की ढिलाई या देरी नहीं चाहते हैं. जिसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को मखाना बोर्ड के गठन की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए और किसानों से सुझाव लेने को कहा. बिहार के मखाना उद्योग को बढ़ावा देने के लिए 100 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश के साथ केंद्रीय बजट 2025-26 में मखाना बोर्ड की घोषणा की गई थी.
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मंत्री ने खरीफ फसलों की बुवाई की प्रगति की भी समीक्षा की. खरीफ (ग्रीष्म) फसलों के तहत कुल फसल क्षेत्र 2023-24 में 21 फरवरी तक 21.84 लाख हेक्टेयर से बढ़कर चालू फसल वर्ष 2024-25 (जुलाई-जून) में 22.31 लाख हेक्टेयर हो गया.
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बैठक में कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी और मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे. अधिकारियों ने बताया कि प्याज, आलू और टमाटर की बुआई में अभी समय है और मौजूदा अच्छे बाजार भाव को देखते हुए सामान्य क्षेत्रों में बुआई होने की उम्मीद है. अब तक प्याज की बुआई 10.29 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल से 1.66 लाख हेक्टेयर अधिक है. आलू की बुआई 19.82 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो उक्त अवधि में 0.31 लाख हेक्टेयर अधिक है.
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