इंडिया टुडे ग्रुप का किसान तक चैनल छ्त्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 'किसान तक समिट' आयोजित कर रहा है. छठे सेशन में पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित विजयपाल सिंह शामिल हुए. उन्होंने किसान की पैदावार बढ़े और किसान की आय बढ़ने की बात कही. उन्होंने कहा पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड के चार जिले और जम्मू के तीन जिले ही बासमती चावल के लिए गौरव का क्षेत्र है जहां पर उगाए जाने वाली बासमती को ही बासमती माना जाएगा. पूरी दुनियां में मात्र 2 देश हैं जो बासमती चावल का एक्सपोर्ट करते हैं. एक भारत और एक पाकिस्तान. करने के लिए, एक्सपोर्ट करने के लिए उसको बासमती माना जाएगा.
स्पेशल सेशन में पद्मश्री वैज्ञानिक विजयपाल सिंह ने कहा कि बासमती का मतलब ये होता है कि एक कटोरी चावल बनाएं तो वह पांच कटोरी हो जाए. चावल ऐसा हो कि उसकी सुगंध दूर तक जाए. बासमती चावल बनने के बाद मोती की तरह बिखर जाए. बासमती चालव लंबा भी हो और पतला भी हो. बासमती की क्वालिटी तभी अच्छी होती है कि रात को बनाएं तो सुबह भी खाने लायक हो.
दुनिया में बासमती की सबसे लंबी किस्म पूसा बासमती 1121 विकसित करने वाले वैज्ञानिक विजयपाल सिंह ने कहा, हर खुशबू वाला चावल बामसती नहीं हो सकता लेकिन बासमती में खुशबू होना जरूरी है. सबसे लंबी बासमती के बारे में विजयपाल सिंह ने कहा कि पूसा बासमती 1121 पकने के बाद 20 एमएम की हो जाती थी. एक कटोरी चावल बनने के बाद 20 कटोरी हो जाता था. इस गुण के कारण बासमती 1121 ने पूरी दुनिया का बाजार बदल दिया. इस चावल का निर्यात आज 100 से अधिक देशों में किया जा रहा है. इस चावल ने अमेरिका के लॉन्ग ग्रेन और ईरान के चावल को बड़े स्तर पर प्रभावित किया.
ब्राउन राइस के बारे में विजयपाल सिंह ने कहा कि जब चावल से छिलका उतार लेते हैं तो उसे ब्राउन राइस कहते हैं. यह चावल पकने में टाइम लगता है, पकने पर लंबा नहीं होता. इस चावल को अधिक से अधिक चबाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं किया तो ब्राउन राइस खाने का कोई फायदा नहीं होता.
धमतरी के किसानों को सलाह देते हुए विजयपाल सिंह ने कहा कि उन्हें पूसा बासमती 847 लगानी चाहिए. यह धमतरी के लिए उपयुक्त फसल है. विजयपाल सिंह ने कहा कि हर किसान को अपने खेत में एक दो फल के पेड़ लगाने चाहिए. इसमें जामुन हो सकता है, इसमें अमरूद हो सकता है. उन्होंने मोरिंग खाने की भी सलाह दी.
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